Secret Temples : एक ऐसा प्रयास जिससे देश के कोने-कोने तक पहुंच रही भारत के गुप्त धार्मिक स्थलों की जानकारी

आधुनिक कंप्यूटर के युग में युवाओं को संस्कृति से जोड़े रखने के लिए राजस्थान के उदयपुर शहर के कुण गाँव के प्रियेश जैन ने “Secret Temples” (सीक्रेट टेंपल्स) नाम के अपने नए स्टार्टअप के द्वारा अनूठी पहल की है, जिसका मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के कई मंदिरों के रहस्यमय और सुंदर इतिहास का परिचय देना है। सीक्रेट टेंपल्स के माध्यम से दुनिया के विभिन्न धर्मों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती हैं।

सीक्रेट टेंपल्स के फाउंडर प्रियेश जैन कहते हैं -भारत अपनी सांस्कृतिक और पारंपरिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है हमारा उद्देश्य युवाओं और आने वाली पीढ़ी को दुनिया भर की विभिन्न परंपराओं और संस्कृतियों से अवगत कराना है।

प्राचीन और रहस्यमय जगह को एक्सप्लोर करने की रुचि से मिली प्रेरणा
सीक्रेट टेंपल्स के फाउंडर प्रियेश जैन पेशे से डिजिटल मार्केटर हैं और आईटी क्षेत्र में फुल टाइम जॉब का हिस्सा रहे हैं| प्रियेश जैन को शुरू से ही पुरानी सभ्यता और संस्कृति ,प्राचीन स्मारकों, मंदिरों को जानने का विशेष रुझान रहा है, उनकी इसी रुचि और उत्सुकता ने उन्हें पुरातत्‍वीय स्‍थलों (विशेष रूप से प्राचीन मंदिरों) की खोज के लिए प्रेरित किया।

“Secret Temples” की शुरुआत
मूलतः राजस्थान के कुण गाँव निवासी प्रियेश जैन, पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान जब अपने गाँव में थे तब अपने गाँव के ही पास बलीचा नाम की जगह पर उन्होंने लगभग 1000 साल प्राचीन जैन मंदिर का दौरा किया, जिसे बलीचा जैन मंदिर भी कहा जाता है। इस जैन मंदिर का दौरा करने पर उन्होंने पाया कि यह प्राचीन और अद्भुत, भारतीय संस्कृति का परिचय देता हुआ मंदिर आज उचित रखरखाव के अभाव में जीर्ण शीर्ण अवस्था में है क्योंकि लोगों को इस मंदिर के बारे में पता ही नहीं है।

इस तरह जानकारी के अभाव में एक अमूल्य धरोहर ऐसे ही लुप्त ना हो जाए और यही नहीं ऐसी और भी कई बहुमूल्य, अतुल्य धरोहर होगी जिसकी जानकारी के अभाव में लोग (विशेष रूप से युवा) उससे आज भी वंचित है और आगे भी वंचित रह जाएंगे। इसी समस्या के समाधान की खोज करते हुए प्रियेश जैन को यह प्रेरणा मिली कि क्यों ना इन अंतर्हित- अदृश्य संस्कृति को हर युवा तक पहुंचाया जाए और तभी से “Secret Temples” की शुरुआत हुई। इस स्टार्टअप को शुरू करने की अवधारणा युवाओं और दुनिया के लंबे समय से भूले-बिसरे पारंपरिक इतिहास के बीच एक जोड़ने वाली कड़ी बनाना है।

प्राचीन एवं रहस्यमय मंदिरों में गहन रुचि रखने वाले प्रियेश जैन कहते हैं- भारत के प्राचीन मंदिरों की खोज करते हुए मुझे एहसास हुआ कि विश्व की सभी संस्कृतियों की जननी “भारत की संस्कृति” बहुआयामी है यहां कई धार्मिक प्रणालियों, जैसे कि सनातन धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म ,सिख धर्म जैसे धर्मों का समागम है। इस मिश्रण से भारत में उत्पन्न हुए विभिन्न धर्म और परम्पराओं ने विश्व के अलग -अलग हिस्सों को भी बहुत प्रभावित किया है। इस अमूल्य संस्कृति और अद्भुत सभ्यता को सिर्फ अपने तक सीमित रखना गलत होगा बल्कि सभी को (खासकर सभी युवाओं को) इसके साथ जोड़ना चाहिए और तभी मुझे “Secret Temples” बनाने की प्रेरणा मिली।

इस स्टार्टअप को शुरू करने की अवधारणा युवाओं और दुनिया के लंबे समय से भूले-बिसरे पारंपरिक इतिहास के बीच एक जोड़ने वाली कड़ी बनाना है। मेरा अंतिम उद्देश्य एक ऐसी जगह बनाना है जहाँ आप ऐतिहासिक और रहस्यमय मंदिरों से जुड़े लगभग सभी सवालों के जवाब पा सकें। इस संस्था के द्वारा वे विभिन्न धर्मों के मूल्यों, शिक्षाओं, जीवन शैली, वास्तु विवरण और बहुत कुछ पर जानकारी देते हैं और आधुनिकीकरण की दुनिया में हमें आपको और देश के हर नागरिक को धर्म और आस्था से जोड़े रखने की प्रेरणा देते है।

महज 11 महीने में Secret Temples ने पाई कई उपलब्धियां –

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बिना किसी पैड प्रमोशन के महज 11 महीने के अंदर इस संस्था द्वारा इंस्टाग्राम पर 2,55,000 फॉलोअर्स को पार कर लिया गया है जिसमें आम जनता के साथ-साथ 60+ सेलिब्रिटी भी हैं ।

हाल ही में इस संस्था को महाशिवरात्रि पर सद्‌गुरु (ईशा फाउंडेशन) से उपहार मिले हैं तथा कुछ दिनों पहले ईशा फाउंडेशन ने ही इस संस्था को सद्‌गुरु की नवीनतम पुस्तक “कर्मा: ए योगीज गाइड टू क्राफ्टिंग योर डेस्टिनी” की एक प्रति भेजी थी।

Secret Temples की पोस्टस् “Zostel” जैसे प्रसिद्ध आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर दिखाई गई है। अभी कुछ दिनों पहले ही विश्व प्रसिद्ध ट्रैवल मैग्ज़िन् “Travel and Leisure India” की वेबसाइट पर भी Secret Temples को फीचर किया गया, इसी के साथ “Tripoto” की वेबसाइट पर भी Secret Temples को एक ब्लॉग मे दिखाया गया है।

यदि आपके भी मन में कोई रहस्यमय मंदिर या संस्कृति के बारे में कोई प्रश्न या संशय या कुछ तथ्यों को जानने की जिज्ञासा हो तो आप बिना किसी परेशानी के सीक्रेट टेंपल्स के माध्यम से या इस संस्था से जुड़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Website – https://www.secrettemples.com
Instagram – https://www.instagram.com/secret_temples/
Facebook – https://www.facebook.com/secrettemples

Today’s History 16 JUNE : इतिहास में आज का दिन- 16 जून

आज का इतिहास

2007 – सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में लगातार सबसे लम्बे समय तक रहने वाली महिला बनीं। एड्स पर जागरूकता फैलाने के लिए शिल्पा को सिल्वर स्टार अवार्ड से नवाजा गया।
2006 – नेपाल में माओवादी अंतरिम सरकार में शामिल होने पर सहमत।
2001 – अमेरिकी राष्ट्रपति बुश की पांच दिवसीय यूरोप यात्रा रूस में समाप्त, पुतिन ने अमेरिकी प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम का विरोध किया।
1983 – छत्तीसगढ़ के ‘गुरु घासीदास विश्वविद्यालय’ की स्थापना हुई।
1903- फोर्ट मोटर कंपनी चालू हुई।
1858- प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मोरार की लड़ाई लड़ी गई।
1606- जहाँगीर के शासनकाल में गुरु अर्जुन देव को लाहौर (पाकिस्तान) में भयंकर यातना देकर मार डाला गया।

16 जून को जन्मे व्यक्ति

1956 – सुरेश कांत, प्रसिद्ध साहित्यकार।
1910 – सी. एम. पुनाचा, स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ तथा उड़ीसा और मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल।
1950 – मिथुन चक्रवर्ती, हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता।
1920 – हेमन्त कुमार, हिन्दी फ़िल्मों के पार्श्वगायक और संगीतकार
1920 – महमूद अली ख़ाँ, भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञों में से एक तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल।

16 जून को हुए निधन

1944 – प्रफुल्ल चंद्र राय – भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, जिन्हें ‘रसायन विज्ञान का जनक’ माना जाता है।
1925 – चित्तरंजन दास – महान स्वतंत्रता सेनानी।

16 जून के महत्पूर्व  अवसर एवं उत्सव

अफ़्रीकी शिशु दिवस

पंचायत चुनाव के बाद टीचर्स को साधने में जुटे योगी, आजीवन वैध होगा UPTET सर्टिफिकेट

योगी सरकार ने प्रदेश के शिक्षक अभ्‍यर्थियों के लिए बड़ा फैसला लेते हुए UP TET सर्टिफिकेट की वैधता को आजीवन करने का निर्णय लिया है। जल्द ही इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।

शिक्षक भर्ती के संबंध में सरकार का यह फैसला उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। आदेश जारी होने के बाद, परीक्षा में एक बार क्‍वालिफाई हुए उम्‍मीदवारों को बार- बार परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। इससे पहले तक UP TET प्रमाणपत्र केवल 5 वर्षों तक के लिए मान्‍य होता था। यदि उम्‍मीदवार को 5 वर्षों तक कहीं भर्ती नहीं मिलती है तो उसे दोबारा परीक्षा क्‍वालिफाई करनी होती थी। up breaking news

इसी व्‍यवस्‍था में अब सुधार किया गया है जो कि प्रदेश के लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। मुख्‍यमंत्री ने जानकारी दी कि DElEd कोर्सेज में एडमिशन के लिए पूर्व प्रचलित व्यवस्था ही लागू रखी जाएगी। प्राइमरी व जूनियर स्कूलों यानी कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने के लिए TET अनिवार्य होता है। पात्रता आजीवन रहने पर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा में बैठने से मुक्ति मिलेगी और आवेदन शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। up breaking news

बता दें कि इससे पहले केन्‍द्र सरकार ने CTET सर्टिफिकेट की वैधता भी आजीवन करने का फैसला किया था। प्रदेश में पहली बार 2011 में यूपी बोर्ड ने परीक्षा आयोजित की थी जिसके बाद 2013 से परीक्षा नियामक प्राधिकारी परीक्षाएं आयोजित करा रहे हैं।

भारत में ट्विटर से छिन गया सुरक्षा का अधिकार, पुलिस ने दर्ज की पहली FIR

Twitter से भारतीय आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत मिली सुरक्षा का अधिकार छिन गया है। यानी कि ट्विटर पर किसी यूजर की ओर से कोई गैरकानूनी या भड़काऊ पोस्ट की जाती है तो उस संबंध में भारत में कंपनी के प्रबंध निदेशक समेत शीर्ष अधिकारियों से अब पुलिस पूछताछ कर सकेगी।

अब किसी भड़काऊ पोस्ट के लिए अधिकारियों से पुलिस पूछताछ कर सकेगी। ट्विटर के अलावा गूगल, यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम दूसरी सोशल मीडिया कंपनियों को अब भी सुरक्षा जारी रहेगी। आपको बता दें कि देश के अधिकतर लोग इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं वहीं इस पर पोस्ट होने वाली कोई भी गैरकानूनी पोस्ट लाखों की संख्या में लोगों को प्रभावित करती है। लेकिन उम्मीद है कि इस नियम के बाद ऐसा कुछ भी नहीं होगा।

इसके मायने क्या हैं?

ट्विटर का लीगल प्रोटेक्शन का हटना बहुत गंभीर मसला है। अब ट्विटर भारतीय कानूनों के दायरे में आ गया है और उसे किसी भी आपत्तिजनक कंटेंट के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। साइबर लॉ एक्सपर्ट बताते हैं, “आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लीगल प्रोटेक्शन मिलता है। इसमें किसी भी आपराधिक गतिविधियों के लिए कंपनी की जिम्मेदारी नहीं होती, लेकिन अब अगर किसी कानून का उल्लंघन होता है तो उसके लिए ट्विटर के इंडिया हेड की जिम्मेदारी होगी।”

पहला केस भी दर्ज हो गया?

गाजियाबाद के एक बुजुर्ग का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग बुजुर्ग की पिटाई करते नजर आ रहे थे। इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के आरोप में गाजियाबाद में ट्विटर के खिलाफ पहला केस भी दर्ज कर लिया गया है। एफआईआर में ट्विटर पर ‘भ्रामक कंटेंट’ नहीं हटाने का आरोप लगा है।

यूपी में चल रही सियासी खबरों पर सीएम योगी का बड़ा खुलासा? दिए सारे जवाब

उत्तर प्रदेश में सियासी उठापटक की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। मंत्रिमंडल बिस्तार को लेकर भी काफी खबरें सामने आईं हैं। सोशल मीडिया पर अटकलबाजियों का दौर चल रहा है। यहां तक की खबर ऐसी भी आई की विधानसभा चुनाव 2022 के लिए योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होंगे।

सीएम योगी ने दिए सारे जवाब

वहीं अब इस सभी अफवाहों और अटकलों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद सामने आकर सारे सवालों के जवाब दिए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर पहली बार बयान दिया है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी दो-तिहाई बहुमत से जीतेगी।

सीएम योगी ने इंटरव्यू में कहा कि कुछ लोग इन दौरौं और बैठकों की अलग तरह से व्याख्या कर रहे हैं और एक नया राजनीतिक मोड़ दे रहे हैं, जो निराधार है। उन्होंने कहा, ‘यह सब मीडिया प्रफेशनल्स ने सुर्खियां बटोरने और लोगों का ध्यान खींचने के लिए इसे सनसनीखेज बनाया और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।

2022 में बीजेपी दो तिहाई बहुमत से जीतेगी

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर यूपी सीएम ने कहा, ‘हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमने 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। हम न केवल कोरोना वायरस के खिलाफ, बल्कि ‘राजनैतिक संक्रमण’ के खिलाफ भी लड़ाई लड़ रहे हैं। हम पीएम मोदी के नेतृत्व में यह लड़ाई जारी रखेंगे। 2022 में बीजेपी दो तिहाई बहुमत से जीतेगी।

राष्ट्रीय महत्वकांक्षा पर भी दिया जवाब

योगी ने अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के बारे में लगाई जा रही अटकलों को भी दूर कर दिया। उन्होंने कहा, ‘जब मैं सांसद था तब मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं थी। आज भी मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह एक आम सैनिक हैं जो बीजेपी के विजन और पीएम मेदी के कैंपन विका, सुरक्षा और समृद्धि के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार के पिछले चार वर्षों की उपलब्धियां है, उससे ज्यादा खुशी और नहीं हो सकती।’

भाजपा और संघ के कार्यकर्ता अपनी सेवाएं लगातार दे रहे

योगी ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश के अनुसार हम एक सत्तारूढ़ पार्टी के रूप में, लोगों को राहत देने करने के लिए विभिन्न सेवाओं में लगे हैं। पहली लहर हो या दूसरी लहर, भाजपा और संघ के कार्यकर्ता अपनी सेवाएं देते रहे हैं। अन्य राजनीतिक दल कहीं दिखाई नहीं दिए।’

मुलाकतों पर बोले सीएम

सीएम ने कहा, ‘ये मुलाकातें नई नहीं हैं। बीजेपी एक कैडर आधारित पार्टी है जो भाई-भतीजावाद पर नहीं चलती है। पार्टी अपने कैडर को सक्रिय रखती है। इसके लिए वरिष्ठ नेता हर दो महीने में मिलते हैं और राज्य इकाइयों के साथ बैठक करते हैं। हमारे प्रदेश प्रभारी (बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह) महीने में दो बार यूपी आते हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार महीने पहले खुद लखनऊ का दौरा किया था।

BREAKING: पूरा उत्तर प्रदेश हुआ अनलॉक, जानें क्या है नई गाइडलाइन

UP में लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर समेत सभी जिले अनलॉक हो गए। सिर्फ 7 बजे शाम से 7 बजे सुबह तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। इन सभी जिलों में सक्रिय केस 600 से कम हो गए हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 797 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 2.85 लाख नमूनों की जांच की गई। रिकवरी रेट 97.1 फीसदी है। पॉजिटिविटी रेट 0.2 फीसदी है।

ये रहेगी छूट

> सभी बाजार सुबह सात से शाम सात बजे तक खुलेंगे, सप्ताह में शनिवार और रविवार को बाजार बंद रहेंगे।
> कोरोना अभियान से जुड़े फ्रंटलाइन सरकारी विभागों में पूरी उपस्थिति रहेगी। शेष सरकारी दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मी रहेंगे। उन सभी को रेटोशन से बुलाया जाएगा
प्रत्येक निजी कंपनी में कोविड हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।
> औद्योगिक संस्थान खुले रहेंगे। इन संस्थानों में कार्यरत कर्मचारी अपना पहचान पत्र या इकाई के प्रमाण पत्र के आधार पर आने और जाने की अनुमति रहेगी। प्रत्येक इकाई में कोविड हेल्प डेस्क बनेगी।
> सब्जी मंडी पूरी तरह खुलेंगी। घनी आबादी में स्थित सब्जी मंडी को प्रशासन खुले स्थान पर संचालित कराएगा।
> रेलवे स्टेशन एवं रोडवेज बस में दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी की अनिवार्यता रहेगी। इसी के साथ स्क्रीनिंग और एंटीजन टेस्टिंग की जाएगी। कोरोना के मरीज पाए जाने पर अस्तपाल भेजा जाएगा। बैंक, बीमा कंपनी, भुगतान प्रणाली और अन्य दफ्तर खुले रहेंगे।
> एक्सप्रेसवे और हाईवे किनारे ढाबे खुलेंगे। -रेहड़ी पटरी, ठेली खोमचे आदि खुलेंगे। ट्रांसपोर्ट कपंनी के कार्यलय,लॉजिस्टिक कंपनी के दफ्तर, वेयर हाउस खुलेंगे।
> कंटेनमेंट जोन छोड़कर शेष स्थानों में धार्मिक स्थलों के अंदर एक बार में एक स्थान पर पांच लोग ही जा सकेंगे। जनपद के अंदर बसों का संचालन किया जाएगा। यात्रियों के लिए मास्क लगाना जरूरी किया गया है। सभी यात्रियों की जांच कराई जाएगी।ऑटो और ई-रिक्शा में तीन और चार पहिया वाहन में चार लोग बैठ सकेंगे।
> अंडे, मांस और मछली की दुकाने पर्याप्त सफाई के साथ खुलेंगी। जनपद में गेहूं क्रय केंद्र और राशन की दुकानें खुलेंगी।
> उद्यान विभाग की नर्सरी खुलेंगी। राजस्व और चकबंदी कोर्ट कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत खुलेंगे। सरकारी और निजी निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

इन पर पाबंदी

स्कूल, कॉलेज तथा शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग प्रशासनिक कार्य के लिए खुले रहेंगे,रेस्टोरेंट बंद रहेंगे, लेकिन होम डिलीवरी चालू रहेगी, कोचिंग संस्थान, सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, क्लब और शॉपिंग मॉल बंद रहेंगे

अब तक 2 करोड़ प्रदेशवासियों ने टीका-कवर प्राप्त कर लिया है। 1,66,27,059 लोगों ने पहली डोज और 36,27,433 लोगों ने दूसरी डोज दी जा चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग के 30 लाख युवाओं को वैक्सीनेट किया जा चुका है।

कोरोना इलाज की नई गाइडलाइन: मरीजों को अब इन दवा की जरूरत नहीं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के इलाज की गाइडलाइन में बदलाव किया है। इसके तहत बिना लक्षण वाले और हल्के मामलों के लिए एंटीपीयरेटिक (बुखार के लिए) और एंटीट्यूसिव (ठंड लगने पर) को छोड़कर बाकी सभी दवाओं को हटा दिया गया है। इसी के साथ, नई गाइडलाइंस में जरूरी न होने के मरीजों को सीटी स्कैन न कराने की भी सलाह दी गई है।

अब इन दवाओं को लेने की जरूरत नहीं

डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (DGHS) ने नई गाइडलाइन के तहत एसिम्प्टोमेटिक मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जा रहीं सभी दवाओं को लिस्ट से हटा दिया है। इनमें बुखार और सर्दी-खांसी की दवाएं भी शामिल हैं। गाइडलाइन में कहा गया है कि ऐसे संक्रमितों को दूसरे टेस्ट करवाने की जरूरत भी नहीं है। इससे पहले 27 मई को गाइडलाइन जारी की गई थी, जिसमें हल्के लक्षणों वाले मरीजों पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, आइवरमेक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, जिंक और मल्टीविटामिन के इस्तेमाल की मनाही की गई थी। इसके अलावा एसिम्प्टोमेटिक मरीजों को सीटी स्कैन जैसे गैर जरूरी टेस्ट लिखने से भी मना किया गया था।

सेहतमंद खाने से दोस्ती और पॉजिटिव सोच से हो जाएंगे रिकवर

मुताबिक जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आते या हल्के लक्षण हैं, उन्हें किसी तरह की दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है। हालांकि दूसरी बीमारियों की जो दवाएं चल रही हैं, उन्हें जारी रखना चाहिए। ऐसे मरीजों को टेली कंसल्टेशन (वीडियो के जरिए उपचार) लेना चाहिए। अच्छी डाइट लेना चाहिए और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी नियमों का पालन करना चाहिए।

वट सावित्री व्रत के दिन लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें क्या है खास

इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून दिन गुरुवार को लगने जा रहा है। इस दिन वट सावित्री व्रत भी है। ये त्योहार ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। खास बात ये है कि इस दिन शनि जयंती भी पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार, शनि जयंती को शनिदेव के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं वट सावित्री व्रत उत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है।

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10 जून को लगेगा सूर्य ग्रहण

10 जून का सूर्य ग्रहण एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। ये चंद्रमा के चारों ओर आग का एक वलय बनाएगा, जो सूर्य के सेंटर को कवर करेगा। ये सूर्य ग्रहण अमेरिका, यूरोप और एशिया में आंशिक तौर पर दिखाई देगा जबकि ग्रीनलैंड, उत्तरी कनाडा और रूस में पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। इस बार का सूर्य ग्रहण भारत के केवल अरुणाचल प्रदेश में आंशिक तौर पर दिखाई देगा। इसलिए, हिंदू पंचांग के अनुसार, विवाहित स्त्रियां वट सावित्री व्रत की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ कर सकती हैं।

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वट सावित्री व्रत का क्या है विशेष महत्व

वट सावित्री व्रत उत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है. ये त्योहार उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं बरगद के पेड़ की परिक्रमा करती हैं और उस पर सुरक्षा का धागा बांधकर पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।

वट सावित्री अमावस्या पूजा

  • वट सावित्री अमावस्या गुरुवार, 10 जून 2021
  • अमावस्या तिथि 9 जून 2021 दोपहर 01:57 से शुरू होकर 10 जून 2021 शाम 04:22 पर समाप्त होगी
  • व्रत पारण तिथि- 11 जून 2021 शुक्रवार

सूर्य ग्रहण के दौरान भूल से भी न करें ये काम

> सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किसी सुनसान जगह से बिल्कुल भी न गुजरें क्योंकि इस समय नकारात्मक शक्तियां अत्यंत प्रभावी हो जाती हैं
> सूर्य ग्रहण को खाली आंखों से बिल्कुल भी न देखें क्योंकि ऐसा करने पर आपकी आंखें खराब हो सकती हैं
> सूर्य ग्रहण के समय भगवान की मूर्तियों को स्पर्श न करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मूर्तियां दूषित हो जाती हैं
> सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को खाना पकाने का कोई भी काम नहीं करना चाहिए और न हीं किसी भी प्रकार से सूईं धागे का प्रयोग करना चाहिए
> सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर किसी भी शुभ काम को प्रारंभ न करें आपको इसके शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होंगे

 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। Samachar UP इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

पर्यावरण दिवस : प्राकृतिक ऑक्सीजन कंटेनर है बरगद का पेड़, जानें और भी महत्व

पर्यावरण दिवस: कोरोना महामारी ने हम इंसानों को पर्यावरण का महत्व बहुत अच्छे से समझाया है। इस बीमारी में पैदा हुई ऑक्सीजन की समस्या ने लोगों को कहीं न कहीं पेड़ लगाने के लिए जागरुक तो किया ही होगा। आप सब ने अपने आसपास एक विशालकाय प्राकृतिक ऑक्सीजन कंटेनर देखा होगा। अरे उसे बरगद या वट वृक्ष भी कहा जाता है। जी हां, विशेषज्ञों की मानें तो बरगद दिन में 20-22 घंटे ऑक्सीजन दे सकता है।

पर्यावरण दिवस के मौके पर जानें बरगद का महत्व-

बरगद दीर्घजीवी विशाल वृक्ष है, हिदू परंपरा में इसे पूज्य माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अलग-अलग देवों से अलग- अलग वृक्ष उत्पन्न हुए। देवताओं में ब्रह्मा का वास वट वृक्ष में माना गया है, इसलिए इस पेड़ की पूजा करने से ब्रह्मा की कृपा भी प्राप्त होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, यह वृक्ष पीपल के बाद सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पेड़ है। इस मामले में यह तीसरे स्थान पर आता है। ऑक्सीजन के अलावा इसके छाल से इम्यून सिस्टम मजबूत करने में भी मदद मिलती है।

बरगद के पेड़ को ऐसे करें रोपित-

बरगद के पौधे को लगाने के 7-8 दिन पहले दो वाई दो फीट का गड्ढा खोद लें। इसके बाद उसमें से निकली मिट्टी में गोबर की खाद मिलाकर उसे दोबारा वहीं भर दें। इसके बाद ही पौधे का रोपण करें। इस पेड़ का फैलाव बहुत अधिका होता है। इसलिए इसे ऐसे स्थान पर लगाएं जहां बड़ा स्थान खाली हो।

यूपी में रिकवरी दर 97.1 प्रतिशत, बीते 24 घंटे में 1175 नए कोरोना केस

यूपी में कोरोना की स्थिति अब कंट्रोल होती नजर आ रही है। शुक्रवार को प्रदेश अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस समय राज्य में रिकवरी दर 97.1% है। कल प्रदेश में 136 और लोगों की मृत्यु हो गई। वहीं 1,175 नए मरीज सामने आए। UP corona latest update

पिछले 24 घंटे में 3,18,714 सैंपल की जांच की गई। अब तक कुल 5,07,23,809 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इस समय 22,877 सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है।

सोमवार से महिलाओं के लिए स्पेशल अभियान

मुख्य सचिव ने बताया कि सोमवार से हम महिलाओं के लिए स्पेशल वैक्सीन अभियान चलाने वाले हैं। इन सेंटरों में केवल महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। अब तक 65 ज़िलें ऐसे हैं जहां सक्रिय मामलों की संख्या 600 से कम हो गई और वहां कर्फ्यू में छूट दी गई है।

इसी के साथ ही वैक्सीनेशन अभियान को लेकर योगी सरकार ने अफसरों को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। सीएम योगी ने आदेश इसलिए जारी किया है, ताकि वैक्सीनेशन अभियान को और रफ्तार दी जा सके और समय पर वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा किया जा सके।

देखें कोरोना के जिलेवार आंकड़े- UP corona latest update

 

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