उत्तरप्रदेश पंचायत चुनाव में गुरुवार को आखिरी चरण के मतदान जारी हैं। कोरोना संक्रमण के रोजाना बढ़ते मामलों के बीच लोग सुबह से वोटिंग करने पहुंच रहे हैं। शाम तक चुनाव खत्म होने के बाद लोगों में मतगणना की चर्चा शुरू हो जाएगी। चुनाव आयोग की अधिसूचना के हिसाब से पूरे प्रदेश में 2 मई को मतगणना की जाएगी। रविवार को प्रदेश में लॉकडाउन होता है, ऐसे में ये देखने वाली बात होगी की यूपी पंचायत चुनाव की मतगणना किस प्रकार संपन्न होती है।
2 मई को होने वाली मतगणना के लिए चुनाव आयोग की गाइडलाइन-
कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। पोलिंग एजेंट के लिए पीपीई किट में उपस्थित होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा उन्हें आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट भी दिखानी पड़ेगी। बता दें, चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को भी कोविड निगेटिव और वैक्सीनेशन की रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। नतीजों के बाद किसी भी तरह के जश्न व जुलूस पर रोक लगा दी गई है।
कोरोना काल में प्रदेश के 550 शिक्षकों ने खोई अपनी जान-
राज्य में पंचायत चुनाव से पहले हुए प्रशिक्षण और मतदान में ड्यूटी करने वाले प्रदेश के 13 हजार शिक्षकों में से अब तक 1 हजार संक्रमित हो चुके हैं। बात करें इस बीमारी से मरने वालों की तो उन शिक्षकों की संख्या 550 है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ ने इस बात का दावा करते हुए मतगणना को स्थगित करने की मांग की है।
कोरोना महामारी से इस वक्त पूरा देश परेशान है। गुरुवार को नए मामलों का आंकड़ा 3.5 लाख को भी पार कर गया। ऐसे में शिक्षकों के साथ-साथ प्रदेश का आमजन भी चुनाव आयोग से मतगणना स्थगित करने की मांग कर रहा है। आयोग ने फिलहाल गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके बाद यह साफ नहीं हो पाया है कि मगगणना स्थगित होगी या नहीं।