त्यौहार:- रक्षाबंधन एक पवित्र त्यौहार है जिस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती है और उपवास रख कर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है और वही भाई अपनी बहन के प्रति दायित्व निभाने का वचन देता है।
इस दिन चन्द्र ग्रहण भी लगेगा अतः रक्षा बंधन का कार्य उचित समय पर कर लेना बहुत जरूरी होगा। अलग-अलग पंचांगों के अनुसार भद्रा का समय भी अलग है।
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मुहूर्त :-
यह त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है जो इस बार 7 अगस्त को है उस दिन सावन का आखिरी सोमवार भी हैं, और चंद्र ग्रहण भी है जोकि 12 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है इससे पहले 2005 में इसी दिन चंद्र ग्रहण लगा था।
कब बांधे राखी:-
ज्योतिष के जानकार का कहना है कि चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले यही दोपहर 1:52 बजे से सूतक लग जायेगा वही 11:04 बजे तक भद्रा काल का असर रहेगा, चूंकि सूतक और भद्रा में सुबह कार्य करना वर्जित है। इसलिए इन दोनों के बीच का समय राखी बांधने के लिए सुबह रहेगा। सुबह 11:05 से 1:52 तक यही करीब 3 घंटे तक रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जा सकता है।