भारत देश इस वक्त कोरोना महामारी के प्रकोप को झेल रहा है। केंद्र हो या राज्य सरकार सभी अपने स्तर पर प्रयास कर रही हैं। ये एक ऐसा समय है जब जनता के प्रतिनिधियों को लोगों के साथ कंधा से कंधा मिला कर चलना चाहिए। अपने क्षेत्र में कोरोना के इलाज में लगने वाली चीजों की आपूर्ति पर ध्यान देना चाहिए। वहीं इस भयंकर समय में मध्यप्रदेश से एक विधायक जी की अजब-गजब खबर सामने आई है। दमोह जिले के हटा से विधायक पीएल तंतुवाय ने अपने 71 प्रतिनिधि नियुक्त कर दिए हैं।
हटा विधायक पी एल तंतुवाय ( PL Tantuway ) ने नियुक्त किए अपने 71 प्रतिनिधि-
हाल ही में हुए उपचुनावों के समय मध्यप्रदेश का दमोह जिला काफी सुर्खियों में रहा। अब दमोह के हटा से विधायक पी एल तंतुवाय ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरने वाला काम कर दिया है। भाजपा विधायक ने कोरोना काल में अपने प्रतिनिधियों की लंबी सूची तैयार कर दी है। दो दिन के अंदर शहर से 71 प्रतिनिधि बना दिए गए हैं। इस काम पर विधायक का कहना है कि ऐसे करने से वो भाजपा के नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर हो रही विधायक पी एल तंतुवाय की चर्चा-
एक साथ 71 प्रतिनिधि बनाने के बाद MLA PL Tantuway की सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है। कई सारे सोशल मीडिया पोस्ट में लोग उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। एक फेसबुक यूज़र ने कहा – हटा विधायक जी को तत्काल कार्य करने में असमर्थता जता कर इस्तीफा दे देना चाहिए। 71 प्रतिनिधि तो मध्यप्रदेश के इतिहास में शायद ही किसी विधायक ने बनाए हों, विधायक छोड़िए सांसद तक ने नहीं बनाए होंगे।
पूर्व कांग्रेस मंत्री राजा पटेरिया ने नियुक्तियों को बताया अवैध-
कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने विधायक द्वारा की गई नियुक्तियों को अवैध बताया है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में इस तरीके से इतने प्रतिनिधि बनाने का कोई प्रावधान नहीं है। पूर्व में म.प्र शासन द्वारा यह व्यवस्था जरूर दी गई थी कि यदि कोई विधायक किसी मीटिंग में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं तो वह एक या दो प्रतिनिधि चुन सकते हैं। पी एल तंतुवाय ने जो नियुक्तियां की हैं वो अवैध हैं, उन्हें तत्काल रद्द करना चाहिए।