Friday, March 29, 2024

कोरोना काल में कैंसर के मरीज कैसे रखें अपना ख्याल

कोरोना वायरस संक्रमण की लगातार बढ़ रही खबरें परेशान करने वाली है। ऐसे में कैंसर पीड़ित और उनके परिजन वायरस को लेकर काफी चिंतित होंगे, क्योंकि कैंसर और उसका ट्रीटमेंट शरीर की इंफेक्शन से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है। आईए जानते हैं कि इस कोरोना काल में कैंसर के मरीजों को कैसे अपने आप को बचा कर रखना है।

कोरोना वायरस क्या है?

कोरोना वायरस एक फ्लू जैसा वायरस है जो कि कोविड-19 नामक बिमारी से ग्रसित करता है। यह मुख्य रूप से नाक, गले और फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। बहुत से लोगों को यह कुछ ज्यादा हानि नहीं पहुंचाता है पर कैंसर और उसके इलाज के दौरान इंसान की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

कैंसर और उसका इलाज प्रतिरोधक क्षमता को कैसे कम कर देता है?

प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर को अनेक प्रकार की बिमारियों और संक्रमणों से बचाता है, जिनमें से एक कोरोना वायरस भी है। कैंसर जैसी बिमारी से ग्रसित लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर हो जाती है, जिससे उनका शरीर संक्रमणों से नहीं लड़ पाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि किमौथेरेपी अस्थिमज्जा (बोन मैरो) को जरूरत के हिसाब से श्वेत रक्त कोशिकाओं नहीं बनाने देता है, जो कि प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद जरूरी होता है।
कुछ अन्य प्रकार के कैंसर ऐसे भी हैं जो संक्रमण से लड़ने की क्षमता को कमजोर कर देता है। ऐसा ज्यादातर मामला ल्यूक्मिया जैसे केसों में देखने को मिलता है।

कोरोना के लक्षण मिलने पर मैं क्या करूं?

कोरोना के लक्षण कुछ इस प्रकार के होते हैं-
-तेज बुखार आना
-लगातार खांसी का आना
-स्वाद या गंध का पता नहीं चलना

अगर आप में ऐसे के किसी प्रकार के लक्षण मिलते हैं तो जल्द-जल्द अपने पर्सनल डॉक्टर, किमोथेरेपी एक्सपर्ट या कैंसर स्पेलिस्ट से संपर्क करें।

उन मरिजों को क्या करना चाहिए जिनमें किसी प्रकार के कोरोना के लक्षण नहीं हैं?

कोरोना से संक्रमित कैंसर के मरिजों में गंभीर रूप से बिमार होने का खतरा ज्यादा रहता हैं। अगर आप कैंसर का इलाज करा रहें हैं तो आपको अपने शरीर की रक्षा के लिए कुछ खास ही ध्यान देना होगा। अगर आप निम्न प्रकार में से किसी प्रकार का इलाज करा रहें हैं तो आपको ध्यान देने की जरूरत है।

  • कीमोथेरेपी
  • लंग कैंसर के लिए रेडियोथेरेपी
  • बल्ड और बोन मैरो के कैंसर जैसे ल्यूक्मिया, लिम्फोमा या माइलोमा का इलाज
  • इम्मयूनोथेरेपी और ऐंटीबॉडी ट्रीटमेंट
  • अन्य लक्षित कैंसर उपचार होने से जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकता है, जैसे कि प्रोटीन काइनेज अवरोधक या PARP अवरोधक
  • जो पिछले 6 महीनों में अस्थि मज्जा या स्टेम सेल प्रत्यारोपण कर चुके हैं, या जो अभी भी इम्यूनोसप्रेशन दवाएं ले रहे हैं।

अगर आप इनमें से किसी एक समूह में हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क ले कर उससे सलाह लेनी चाहिए। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी की गई सभी गाइडलाइन को फॉलो करना चाहिए। आप अगर ज्यादा दिक्कतों का सामना कर रहे हैं तो भारत सरकार के हेल्पलाइन नंबर +91-11-23978046 या फिर 24 घंटों चलने वाले टोल फ्री नंबर 1075 पर संपर्क कर सकते हैं।

 

मुझे पहले कैंसर था पर अब मैं उसका इलाज नहीं करवा रहा हूं, ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए?  क्या मैं भी कोरोना के कारण गंभीर रूप से बिमार हो सकता हूं?

कैंसर के इलाज के दौरान शरीर काफी कमजोर हो जाता है। रेडियोथेरेपी और किमोथेरेपी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जिससे शरीर अन्य बिमारियों और संक्रमणों से लड़ने लायक नहीं रह जाता। ऐसे में आप अपने डॉक्टर से सलाह लेते हुए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयों को सेवन कर सकते हैं। कुछ चीजों का आपकों खास ध्यान रखना हैं, जैसे-

  • सोशल डिस्टेंस का पालन करना।
  • लगातार मास्क का उपयोग करना।
  • अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से अच्छे से धोना।
  • प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले व्यंजनों को अपने डाइट में शामिल करना।
  • काढ़े का उपयोग करना।

 

ऐसे समय में जब दुनियाभर में कोरोना वायरस से 7 लाख से भी ज्यादा मौते हों चुंकि हैं तब हमें अपने सेहत पर खासा ध्यान देने की जरूरत हैं। अच्छा खान-पान और कोरोना को ध्यान में रखते हुए सरकार/डॉक्टरों द्वारा जारी कि गए गाईडलाइनों का पालन करने में ही समझदारी है।

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