Power bank app scam news – उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स ने पंद्रह दिन में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर मोबाइल एप (power bank app) के जरिये लगभग 250 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। चीन की स्टार्ट अप योजना में निवेश का झांसा देकर यह ठगी की गई।
गिरोह के तार चीन और थाईलैंड के साथ ही कुछ अन्य देशों से जुड़े होने का पता चला है। एसटीएफ ने इस सिलसिले में नोएडा से पवन कुमार पांडे नामक आरोपित को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 19 लैपटाप, 592 सिमकार्ड, पांच मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद हुआ है। एडीजी के अनुसार गिरोह के छह सदस्यों को बेंगलुरु पुलिस के स्तर से गिरफ्तार किए जाने की भी सूचना है। वहां की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।
क्या है मामला-
हाल ही में आई वेब सीरीज scam 1992 तो सबने देखी ही होगी। ये शेयर मार्केट घोटालों पर बनी ये वेब सीरीज शेयर दलाल हर्षद मेहता की कहानी को बया करती है। हर्षद मेहता, जो कभी स्टॉक मार्केट का बेताज बादशाह कहा जाता था। उसने 1990 के दशक में देश का वित्तीय बाजार हिला कर रख दिया था। यह घोटाला करीब 4,000 करोड़ रुपये का था। ( power bank scam news )
वहीं अब ऐसा ही एक सबसे बड़े डिजीटल स्कैम की खबर सामने आई है। power bank app पर आरोप है कि इसने कई भारतीयों का करोड़ों रुपयों की चपत लगाई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, ट्विटर, टेलिग्राम, व्हाट्सएप पर हर जगह इसको लेकर लोग पोस्ट कर रहे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि क्या है ये एप और क्यों लग रहे हैं घोटाले का आरोप। ( power bank scam news )
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क्या है पावर बैंक एप ? ( what is power bank app )
पावर बैंक प्ले स्टोर में उपलब्ध एक ऐप है जो दावा करता है कि आप वहां पैसे लगाकर बहुत सारा मुनाफा कमा सकते हैं। इस ऐप में सबसे पहले आपको रिचार्ज करना होता है, जिसकी शुरुआत 300 रुपयों से होती है। रिचार्ज करने के बाद आपको ऐप में उपलब्ध असेट खरीदने होते हैं।
ऐसे समझिए कि आपने 300 रुपए के रिचार्ज से एक असेट खरीदा तो उससे आपको 40 पैसे प्रति घंटे मिलने का दावा किया जाता था। बता दें इस ऐप पर आप 3 लाख तक के असेट खरीद सकते थे। रिचार्ज करने के लिए जाने-माने गेट वे पे यू और रेजर पे का उपयोग किया जाता था। एक बार असेट खरीद लेने के बाद जब आप के पैसे आने लगते तब आपको वहां अपनी बैंक डिटेल्स जोड़ कर उन्हें निकाल लेना होता था। ( power bank app real or fake )
सोशल मीडिया पर लोगों का आरोप
सोशल मीडिया पर हजारों लोग इस स्कैम को लेकर पोस्ट कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि कंपनी ने लोगों का झांसा देकर अब जवाब नहीं दे रही है और पैसा वापस नहीं कर रही है। यहां तक की कई लोगों ने अपना इन्वेस्ट किए हुए पैसे का स्क्रीनशाट भी लगाकर दिखा रहे हैं कि उनका पैसा फंस गया है और निकालने का कोई ऑप्शन नहीं है।
यूजर्स की अपील ( power bank app real or fake )
@GoogleIndia सर आपके प्ले स्टोर पर एक एप्लीकेशन आया था।।।पावर बैंक।।।आज वो कितने लोगो को रुपिया ले के भाग गया।।।इसके ऊपर करवाई कीजिए।।धन्यवाद pic.twitter.com/lW6wl4ZAQY
— R küshwaha (@kumarexp) May 12, 2021
@sudhirchaudhary सर पावर बैंक नाम की एप 2 Feb को बेंगलूर में लॉन्च हुई थी और 10 लाख प्लस कस्टमर होते ही कंपनी ने 7 मई के बाद कंपनी ने किसी को पैसा नही दिया कंपनी का कस्टमर केयर भी नहीं था और आज कंपनी की एप भी बंद हो गई जो करोड़ों रुपए का स्कैम कर के भाग गई
— Ratan singh (@Ratan007singh) May 12, 2021
गूगल प्ले स्टोर पर भी सवाल ( power bank app real or fake )
इस स्कैम को लेकर कई सारे यूजर्स ने गूगल प्ले स्टोर पर भी सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस एप को गूगल प्ले स्टोर पर जगह है कैसे मिल गया?
जनता के साथ जो धोखा होता है प्ले स्टोर और गूगल ऐसे कंपनी की वजह से होता है , फ्रॉड कंपनी का डिटेल गूगल डालता क्यों अपने साइट पर प्ले स्टोर ऐप्स नहीं देना चाहिए इससे फ्रॉड कंपनी को, पावर बैंक एक मिलियन यूजर का रुपया लेकर भाग गया ।
— Niraj Singh Rajput (@NirajRajput07) May 12, 2021
इस मसले को लेकर samachar up ने धोखाधड़ी का शिकार हुए कुछ लोगों से बात की। इसी में से एक राघव उपाध्याय ने बताया कि मैंने 9 मई को पे यू मनी के माध्यम से पावर बैंक ऐप में 6000 का रिचार्ज किया था, जिसके बाद मैंने वहां 2 असेट खरीदे और एक असेट मुझे फ्री मिला। कंपनी के अनुसार उन असेट्स से मुझे हर घंटे कुछ रुपए मिलने थे, जिसे मैं 24 घंटे के बाद निकाल सकता था। 10 तारीख को जब मैंने अपने पैसे निकालने चाहे तो ऐप ने बैंकों की समस्या का हवाला देकर ऐसा करने से मना कर दिया। वहीं फिर आज यानी 12 मई को ऐप बंद होने की खबर दी गई है।