इंडिया में कोरोना वैक्सीनेशन का थर्ड फेज शुरू हो गया है। इस फेज में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी वैक्सीन की डोज दी जा रही है। हालांकि, इस बीच कई भ्रम फैलाए जा रहे हैं। तेजी से फैल रही फेक न्यूज और वॉट्सएप यूनिवर्सिटी के ज्ञान के कारण लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। इन भ्रमों को दूर करने के लिए देशभर के अलग-अलग राज्यों में कई तरीकों से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आइए जानते हैं वैक्सीन की डोज लेने के क्या हैं फायदे-
विशेषज्ञों के मुताबिक-
1. कोरोना संक्रमित होने पर घर में ही इलाज संभव है।
2. इलाज के लिए वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं।
3. संक्रमित होने के बाद मौत के चांस बेहद कम हो जाते हैं।
4. शख्स की बॉडी में वायरस से लड़ने की क्षमता (Antibodies) विकसित हो जाती हैं।
5. वायरस सिर्फ सर्दी-जुखाम तक सीमित रह जाता है।
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान देश का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान है, जिसके तहत अब तक देशभर में 16.50 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इनमें से 12.66 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 45 साल से ज्यादा है। वहीं 18 साल से ज्यादा उम्र वाले 11.81 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। अब तक 1.59 करोड़ हेल्थ केयर वर्कर्स और 2.13 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
[…] जानें, क्या हैं कोरोना वैक्सीन लगवाने … […]
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