आतंकवाद पर पाकिस्तान का चेहरा समय समय पर पूरी दुनिया के सामने बेनकाब होता आया है । एक बार फिर से यही मौका पूरी दुनिया को देखने को मिला जब आखिरकार पाकिस्तान ने भरी हुई संसद में इस बात पर मुहर लगा दी की की पिछली साल भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के पुलवामा में सीआरपीएफ की बटालियन पर हुए हमले में उसी का हाथ था ।

पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने पाकिस्तानी सिनेट में अपने भाषण में यह बात स्वीकार की की पुलवामा में हुए आतंकी हमला इमरान खान की सरकार के लिए एक बड़ी कामयाबी थी ।

अपने भाषण में फवाद चौधरी ने कहा –
”हमने हिंदुस्तान को घुस कर मारा है और पुलवामा में जो हमारी जो कामयाबी है, वह इमरान खान के नेतृत्व में पूरे कौम की कामयाबी है। हमारी कामयाबी है, आपकी कामयाबी है।”

गौरतलब है कि पिछले साल 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायिन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे और कई अन्य बुरी तरह घायल हो गये थें ।आतंकवादी ने विस्फोटक से भरे गाड़ी से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मारी थी । भारत ने शुरू से ही इसे पाकिस्तानी साजिश बताया था ।

इस पूरे मामले के सामने आने के और देश दुनिया में बेइज्जती झेलने के बाद मंत्री फवाद चौधरी ने अपने बयान से पलटी मार दी है । फवाद चौधरी ने कहा कि उन्होंने पिछले साल 26 फरवरी को भारत की ओर से की गई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से मजबूत रिस्पांस के संबंध में बात कही थी जिसका गलत मतलब निकाला गया ।

तो वहीँ इस पूरे मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने में पाकिस्तान और उसकी भूमिका के बारे में पूरी दुनिया को पता है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) से ब्लैकलिस्ट होने बचने के लिए पाकिस्तान आतंक के खिलाफ कार्रवाई का ढोंग कर दुनिया की आंखों में धूल झोंकता रहा है और आतंकवाद के समर्थन से मुकरता रहा है।

वहीँ इस मामले के सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत कई अन्य नेताओं ने उन सभी को देश से माफ़ी मांगने के लिए कहा है जिन्होंने पुलवामा घटना को एक साजिश बताया था ।

विडियो – ANI