​यूपी चुनाव:- राजनीति में कब क्या हो जाये कुछ कहा नहीं जा सकता, और वो भी यूपी की राजनीति हो तो ये बात शत प्रतिशत बैठता है। यहाँ सत्ता पाने के लिए एक दूसरे का साथ पकड़ भी सकतें है और छोड़ भी सकतें है।

यही कारण है कि अखिलेश ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर यूपी की सत्ता में बने रहने की लिए ऐसा दांव खेला। इसी को देखते हुए अब खबर आ रही है कि  अब राष्ट्रिय ओलेमा कौंसिल और बसपा यूपी चुनाव में एक दूसरे का देने के लिए तैयार जो गये।

बुधवार की शाम 6 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी पुष्टि की गयी। जिसमे आर.यु.सी ने अपने प्रत्याशी को सभी सीटों पर से नाम वापस लेने को कह दिया।

सूत्रों की माने तो कांग्रेस-सपा गठबंधन का जवाब देने के लिए  ओलेमा कौंसिल ने मायावती से साथ में आने का असली वजह बताया जा रहा है। आपको बतादें ओलेमा कौंसिल और कांग्रेस के बीच 36 का आंकड़ा है दोनों एक दूसरे के प्रतिद्वंदी हैं, सपा से गठबंधन कर ये काम आग में घी डालने जैसा हो गया। यही कारण है जो बसपा के साथ गठबंधन तक बात पहुँची।