सुप्रीम कोर्ट:- 1992 से राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मामला अब एक नया मोड़ लेता नज़र आ रहा है। जिसपर अब सुप्रीम कोर्ट ने अहम टिप्पणी की है।
दरअसल मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा यह धर्म और आस्था का ममला है इसलिए इसको कोर्ट के बाहर सुलझा लेना चाहिए। इसपर राम मंदिर की तरफ से लड़ रहे सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया कि कोर्ट ने कहा कि मस्जिद को कहीं भी बन सकती है।
- हालांकि अयोध्या के इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर दोनों पक्षों के बीच बातचीत सफल नहीं होती है तो फिर सुप्रीम कोर्ट दखल देगा। इसके लिए एक सुलह करवाने वाला व्यक्ति नियुक्त करने की भी बात कही जा रही है।
गौरतलब है कि राम मंदिर विवाद काफी पहले से चल रहा है। 6 दिसंबर 1992 को एक राजनीतिक रैली के बाद कारसेवकों ने विवादित इलाके पर बनी बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था।