नोटबंदी को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने फिरसे उठाया बड़ा सवाल…

नई दिल्ली:- ​नोट बंदी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार की संसद में आलोचना करने के बाद अब एक बार फिरसे सरकार पर सवाल उठाया है।

दरअसल वित्त संबंधी संसदीय समिति की बैठक में मनमोहन सिंह ने कहा, ‘क्या आरबीआई को सरकार के नोटबंदी के फैसले पर विचार-विमर्श करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था।’ मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के निर्णय को देख रहे पैनल को सुझाव दिया की ,‘जब हम चर्चा करें तो आरबीआई के गवर्नर भी पैनल के सामने मौजूद होने चाहिए।’ मनमोहन सिंह ने बताया कि आरबीआई के मुताबिक सरकार ने नोटबंदी का फैसला 7 नवंबर को लिया और रिजर्व बैंक के बोर्ड ने 8 नवंबर को उस पर निर्णय लिया।

इसलिए यह बेहतर होगा अगर पैनल सरकार को पहले सुने और उसके बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर को। मनमोहन सिंह ने कहा कि पैनल तब आरबीआई के गवर्नर से संस्था की स्वायत्तता के बारे में पूछ सकता है।

आखिरकार राहुल गाँधी ने आंकड़ों के साथ किया बड़ा खुलासा, मोदी ने किया इतने करोड़ का घोटाला…

नई दिल्ली:- आखिरकार राहुल गांधी ने आज उस खुलासे का जिक्र कर ही दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री के निजी भ्रष्टाचार की जानकारी है।
राहुल ने रैली के मंच से चिट लहराते हुए ये आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने गुजरात का सीएम रहने के दौरान सहारा कंपनी से 6 महीने में 9 बार पैसे लिए थे। आईटी के छापे में इसका खुलासा हुआ था। 

  • राहुल ने कहा कि 2013 में पड़े आईटी के छापे के बाद सामने आया कि सहारा ने नरेंद्र मोदी को पैसा दिया। सहारा के लोगों ने अपनी डायरी में लिखा है कि हमने 6 महीने में 9 बार नरेंद्र मोदी जी को पैसा दिया है।

उन्होंने सारे आंकड़ों के साथ कहा  22 नवंबर 2014 को सहारा पर रेड हुई। सहारा के रिकॉर्ड में जो लिखा था वो बताता हूं। 30 अक्टूबर 2013 को ढाई करोड़ मोदी जी को दिया गया। 12 नवंबर 5 करोड़ दिया गया। 29 नवंबर को 5 करोड़ लिखा था। 6 दिसंबर को 5 करोड़ दिया गया। 19 दिसंबर को 5 करोड़,14 जनवरी 2104 को 5 करोड़, 28 जनवरी को 5 करोड़, 22 फरवरी को 5 करोड़ दिए गए।

  • राहुल ने कहा कि छह महीने में 9 बार सहारा ने मोदी जी को पैसा दिया है। मोदी जी बताइए ढाई साल से आयकर के पास है। आयकर ने कहा है इस पर जांच होनी चाहिए। इस ओर जांच क्यों नहीं हुई? ये सच है या झूठ देश को बताइए। आपने पूरे देश को लाइन में रखा, उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाया। अब मैं देश की ओर से पूछ रहा हूं जो ये इनफार्मेशन इनकम टैक्स के पास है, क्या यह सच है और इसमें जांच कब होगी?

 

आप एक निष्पक्ष जांच इस मामले में कराइए। बिरला का भी रिकॉर्ड है। आप पीएम हैं, आप पर सवाल है। आयकर के साइन हैं। आप खुद बताइए कि यह सच है या नहीं?
साभार:- News18india

पीएम के शब्द खोखलें हैं, नोटबंदी पर अब तक 125 बार नियम बदल चुकें हैं:-Rahul Gandhi

नई दिल्ली:- ​नोटबंदी के बाद से मोदी सरकार पर अगर सबसे ज्यादा कोई विरोध कर रहा है तो वो है राहुल गाँधी। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नोटबंदी को लेकर एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला। 

राहुल ने कहा कि पीएम के शब्दों में वजन होना चाहिए। नोटबंदी पर अब तक 125 बार नियम बदल चुके हैं। राहुल ने पूरे तेवर में कहा कि इनके शब्द खोखले कैसे हैंआने वाले वक्त में ये हम बताएंगे।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम ने देश से वादा किया था कि आप 30 दिसंबर तक बैंक में पैसा डाल सकते हैं। लेकिन कल ये नियम फिर बदल दिया। ये वादा भी खोखला था।
आपको बतादें की 16 दिसंबर को सुबह पीएम से मुलाकात करने के बाद से राहुल और आक्रामक हो गए हैं। गोवा में उन्होंने रैली में संबोधन के दौरान ही पीएम को फेंकू तक कह दिया था। राहुल ने कहा था कि पीएम झूठ बोलते हैं।

तो इस कारण से चुनावी मैदान में उतर रहें है राजपाल यादव, दूसरी पार्टियों को हो जायेगी परेशानी…

यूपी चुनाव:- बॉलीवुड में अपना लोहा मनवा चुके अभिनेता राजपाल यादव अब राजनैतिक मैदान में भी कूद गए हैं। यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजपाल यादव अपनी खुद की नई पार्टी ‘सर्व समभाव पार्टी’ के साथ उतरेंगे जहा वो 403 में से 390 सीटों पर अपने दिग्गजों को उतारेगी।

जानकारों के मुताबिक राजपाल यादव के चुनावी रण में आने से दूसरी पार्टियों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। हालाँकि राजपाल यादव ने हाल ही में एक निजि चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि वो ना ही सीएम बनना चाहते हैं और ना ही अखिलेश यादव पार्टी का वोट काटना चाहते है। उन्होनें ये कहा कि वो अपने काम से पार्टी की पहचान बनाना चाहते हैं।

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अपने इस इंटरव्यू में राजपाल ने ये भी कहा कि वो राजनिति में आने की तैयारी कई वर्षों से कर रहे थे।साथ ही उन्होने ये भी कहा कि अगर हमारी पार्टी चुनाव में जीतती है तो हम वो करेंगे जो पिछले 1सालों से नहीं हुआ।मतलब साफ है कि राजपाल यादव यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैॆ।

नोटबंदी के बाद भाजपा की लगातार चौथी बम्पर जीत, कांग्रेस का सूपड़ा साफ…

चंडीगढ़:- ​नोटबंदी के बाद ये लगातार चौथा चुनाव है जहाँ भाजपा ने बम्पर तरीके से अपने जीत का परचम लहराया है।
दअरसल चंडीगढ़ में  हुए 26 सीटों  में अभी तक 24 सीटों का नतीजा आ गया है, जिसमे बीजेपी को इस चुनाव में अच्छी बढ़त मिलती दिख रही है. 24 में से 19 सीटों पर जीत हासिल कर ली है। वही कांग्रेस ने अब तक 4 सीटों पर कब्ज़ा कर ली है , और एक अकाली दल ने।
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 गौरतलब है कि चंडीगढ़ में सोमवार(19 दिसंबर) को 57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। नोटबंदी के बाद यह लगातार चौथा चुनाव है जहां भाजपा के पक्ष में नतीजे गए हैं। इससे पहले भाजपा ने महाराष्‍ट्र, गुजरात और राजस्‍थान के निकाय चुनावों में फतेह हासिल की थी। चंडीगढ़ निकाय चुनाव के परिणाम अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा-अकाली गठबंधन के लिए अच्‍छी खबर है। यह गठबंधन 10 साल से पंजाब की सत्‍ता में है।


चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों में बीजेपी की जीत इसलिए अहम है कि क्योंकि जहां नोटबंदी से आम लोगों को खासी परेशानी का सामना है, वहीं दूसरी तरफ अगले साल सूबे में विधानसभा चुनाव है. ऐसे में बीजेपी की ये जीत सत्ता में वापसी की उम्मीद लगा बैठे कांग्रेस के लिए बड़ा धक्का है.

मेरठ सीट के लिये मायावती ने चली ऐसी चाल, जिससे भाजपा को हो सकता है बड़ा नुकसान..

मेरठ:- ​यूपी विधानसभा चुनाव के अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, ऐसे में हर एक पार्टी चुनाव जीतने के लिए पूरी दांव लगा रही है। 
चुनाव जीतने के लिए सभी पार्टी हरसंभव प्रयास कर रही है, कौनसा कैंडिडेट्स कहा खड़ा करें इसका भी गहमागहमी भी लगातार जारी है।

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इन्ही सिलसिले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐसी चाल चल दी है जिससे भाजपा को भारी नुकसान हो सकता है। दरअसल  मेरठ शहर विधानसभा सीट पर अब भाजपा के लिए खतरे की घंटी दिखाई दे रही है, क्योंकि मायावती ने इस सीट पर ऐसा कार्ड खेला है जो भाजपा की चाल को पूरी तरह से बिगाड़ सकती है।

 

दरअसल आपको बता दें कि बसपा ने इस सीट से पंजाबी कार्ड खेला है। यहां से बसपा की ओर से पंकज जौली को टिकट दिया गया है। पंकज जौली पंजाबी वोट बैंक को पूरी तरह प्रभावित करेंगे। इस सीट पर पंजाबी वोटों की संख्या करीब 20 हजार के आसपास है। वहीं बसपा का मुस्लिम वोट और दलित वोट बैंक भी पंकज जौली को काफी फायदा पहुंचाएगा।

राहुल गाँधी के रैली में लगे मोदी मुर्दाबाद के नारे, जिसे सुन राहुल गाँधी ने जनता से कहा…

JAUNPUR:- एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवर्तन रैली को लेकर कानपुर में कांग्रेस पर करारा हमला बोला वहीँ अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने उनपर पलटवार किया।

पलटवार करते हुए राहुल ने जैसे ही नोटबंदी को लेकर मोदी को घेरा, मोदी मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। इस पर राहुल ने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी की मीटिंग है, इसमें मुर्दाबाद शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए। मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं, उनसे राजनीतिक लड़ाई है, हम उन्हें हराएंगे। मुर्दाबाद शब्द आरएसएस लोग बोलते हैं, ये कट्टरपंथियों का शब्द है।

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  • इसके अलावा उन्होंने कहा “मोदी जी से देश के गरीबों ने क्या मांगा, कर्ज माफ हो, गरीबों को खाना मिले। पर मोदी जी ने हमारी बात नहीं सुनी। मैंने देश की यात्रा की और मोदी जी को बताया कि देश का किसान रो रहा है और हर रोज मर रहा है। देश के किसानों ने कर्ज माफी मांगी, बिजली मांगी और पानी मांगा, बस ये तीन चीज ही मांगी। आपने देश के अमीरों का कर्ज माफ किया पर आपने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। ये है हिंदुस्तान की सच्चाई। संसद में मोदी जी ने कहा कि य़े लोग पूरे दिन गढ्ढा खोदते हैं। उन्होंने नरेगा को गढ्ढा खोदना कहा। मोदी जी, देश का किसान गढ्ढा नहीं खोदता, वो देश का निर्माण करता है। आप किसान, मजदूरों का अपमान कर रहे हैं।”

गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी की कानपुर रैली के बाद जौनपुर में राहुल ने सम्बोधित करते हुए मोदी पर पलटवार किया।

KANAPUR:- पढ़िये इन 15 पॉइंट में पीएम मोदी का पूरा भाषण…

KANPUR:-भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज(सोमवार) को कानपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में परिवर्तन की लहर नहीं, आंधी चल रही है। 
पढ़िये ये 15 बड़े पॉइंट जिसे पीएम मोदी ने अपने भाषण में कही…

  1. -कांग्रेस ने देश को तबाह कर दिया है, अब बदनाम करने में लगी है।
  2. -कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी है। सीताराम केसरी जब कोषाध्यक्ष थे तब कहा जाता था- न खाता न बही, जो केसरी कहें वही सही।
  3. चुनावी चंदे और चुनाव सुधार पर चुनाव आयोग के रुख का समर्थन करता हूं। मैंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने की मांग रखी थी। हम इस पर बहस चाहते थे। लेकिन संसद में चर्चा नहीं होने दी गई।
  4. -देश को विकास की ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं, भ्रष्टाचार को खत्म करना है।
  5. -हमने हर गांव में बिजली पहुंचा दी है। अब सिर्फ 70 गांवों में बिजली नहीं है। यूपी में 1600 गांवों में बिजली नहीं थी।
  6. -आज छोटे नोट और छोटे लोगों की पूजा हो रही है
  7. -नोटबंदी से कई लोगों के पसीने छूट गए हैं। अब गरीबों के घर के बाहर लाइन लगा रहे हैं।
  8. -मैं चुनाव आयोग के चुनाव सुधार कार्यक्रम की प्रशंसा करता हूं, बीजेपी इसका स्वागत करती है।
  9. -देश दो तरह के लोगों में बंट गया है। पहला वो मुट्ठीभर लोग जो भ्रष्टाचार के साथ हैं, दूसरा वो लोग जो चाहते हैं कि भ्रष्टाचार खत्म हो।
  10. -देश की राजनीति में यूपी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है
  11. -नौजवान देश को नई दिशा की ओर ले जाएंगे 
  12. -नौजवानों के लिए हम स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम लेकर आए
  13. -विपक्ष पार्षदों जैसा बर्ताव भी नहीं कर रहा था
  14. -बेईमानों को बचाने के लिए कुछ लोग संसद में नारे लगा रहे थे। विपक्षी दल बेईमानों को बचाने के लिए नारे लगा रहे थे।
  15. -विपक्ष नहीं चाहता था कि संसद चले, वो करप्शन पर बहस से घबरा रहा था। उसका एजेंडा था कि संसद बंद हो।

जानिये आखिर सीनियर अधिकारियों को दरकिनार करते हुए विपिन रावत को क्यों चुना गया सेना प्रमुख..??

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सेना प्रमुख:-कल देर रात हुई बैठक के बाद पीएमओ ने ले. जनरल विपिन रावत को नया सेना प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा की। उन्हें सीनियर आर्मी कमांडर ले. जनरल प्रवीण बख्शी पर तरजीह देते हुए यह अहम जिम्मेदारी दी गई है। 

आपको बतादें की ऐसी क्या वजह थी जो इनसे वरिष्ठ 3 अधिकारियों को रहते हुए भी जनरल विपिन रावत को सेना प्रमुख नियुक्त किया गया।

दरअसल सरकारी सूत्रों का कहना है कि मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल्स में उन्हें इस अहम जिम्मेदारी के लिए सबसे उपयुक्त समझा गया। खासतौर पर उभरती चुनौतियों से निपटने, नॉर्थ में मिलिट्री फोर्स के पुनर्गठन, पश्चिमी फ्रंट पर लगातार जारी आतंकवाद और प्रॉक्सी वॉर और पूर्वोत्तर में जारी संघर्ष के लिहाज से उन्हें सबसे सही विकल्प माना गया।

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सरकारी सूत्रों ने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल रावत के पास अशांत इलाकों में लंबे समय तक काम करने का अनुभव है। बीते तीन दशकों में वह भारतीय सेना में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक वह कई बड़े ऑपरेशन्स की कमान संभाल चुके हैं। पाकिस्तान से लगती एलओसी, चीन से जुड़ी एलएसी और पूर्वोत्तर में वह कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। उन्हें संतुलित तरीके से सैन्य संचाल, बचाव अभियान चलाने और सिविल सोसाइटी से संवाद स्थापित करने के लिए जाना जाता है।

उद्धव ठाकरे ने सरकार से पूछा सवाल, नोटबंदी से कौनसा उद्देश्य पूरा हुआ..??

मुम्बई:- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर नोटबंदी से हो रही परेशानियां को लेकर तीखा हमला किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र के नोटबंदी का मूल उद्देश्य ‘‘पूरा नहीं हुआ’’ क्योंकि लोग बैंक की कतारों में मर रहे हैं और आतंकवादियों का हमला अब भी जारी है.

दरअसल उद्धव ठाकरे  एक समारोह में कहा, ‘‘जवानों ने दुश्मन की गोलियों का सामना किया और देश की सेवा की.. लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपना धन नहीं मिल पा रहा है और यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब वे खुद की गोलियों से मर रहे हैं.’’

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उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी की घोषणा करते हुए सरकार ने कहा था कि इससे आतंकवादी हमले के अवसर खत्म हो जाएंगे लेकिन क्या यह हुआ? हमारे जवान पहले की तरह शहीद हो रहे हैं.’’ आम आदमी को होने वाली कठिनाइयों को लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए शिवसेना प्रमुख ने इस निर्णय के उद्देश्य पर भी सवाल उठाए.