लखनऊ:-समाजवादी पार्टी में पारिवारिक लड़ाई कोई नई बात नहीं है ये काफ़ी दिनों से चला आ रहा, कभी चाचा भतीजे से तो कभी बाप बेटे से तो कभी भाई भाई से ये रुकने का नाम नही ले रहा था।
लेकिन रविवार के दिन ऐसा क्या हुआ जो पार्टी में दरार इस कदर आ गयी..??
आइये हम आपको बताते है क्या हुआ रविवार के दिन…
कई दिनों से चल रहे विवाद में शिवपाल ने रामगोपाल पर कई आरोप लगाए जा रहे थे, सारे आरोपो का जवाब देने के लिए रामगोपाल ने एक क्रन्तिकारी सार्वजनिक चिट्ठी लिख डाली जिसमे उन्होंने अखिलेश का समर्थन करते हुए शिवपाल पर तीखा प्रहार भी किये।
इसके थोड़ी देर बाद अखिलेश ने मीटिंग बुलाई जिसमे राजा भैया समेत कई बड़े नेता को बुलाया लेकिन शिवपाल और उनके समर्थकों को नही बुलाया गया, और थोड़ी देर बाद खबर आयी शिवपाल, जयाप्रदा समेत 7 मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया।
ये सब होने के बाद शिवपाल ने रामगोपाल को समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया , रामगोपाल के निकाले जाने से अखिलेश यादव के साथ साथ अब कई नेता सकेते में आ गए है और इससे अखिलेश काफी गुस्से में भी आ गए है।
शाम होते होते शिवपाल सिंह ने भी एक सार्वजनिक खत लिख डाला जिसमे उन्होंने लिखा रामगोपाल वर्मा ये सब भाजपा के इशारे पर कर रहें हैं। उनके बेटे और बहू खुद घोटाले में फसे हैं इसलिए सीबीआई से उन्हें बचाने के लिए वह ये कर रहे है। इसके अलावा वो पार्टी को और परिवार को लड़ाने का काम कर रहें है जिसके वजह से पार्टी से निकाला गया।
अब सोमवार को मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में एक बड़ी बैठक बुलायी है जिसके बाद लग रहा अब मामला आर या पार होगा।