उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, उतराखंड और पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद अब सबसे ज्यादा अगर चर्चे हैं तो वो है गुजरात विधानसभा चुनाव की। चर्चे इसलिए भी ज्यादा है की ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह क्षेत्र भी है। लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले हुए एक लोकल चुनाव में भाजपा बुरी तरह से हार गयी।
इस चुनाव में बीजेपी के सारे कैंडिडेट्स चुनाव हार गए। वहीँ कांग्रेस ने 10 साल बाद बीजेपी को यहां शिकस्त दी है।कांग्रेस के इस जीत से ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस के वापसी के चांसेस ज्यादा दिख रही है।
क्या रहा चुनाव हारने का कारण ?
दरअसल जब samacharup.com ने इस बात की पड़ताल की तो पता चला ये चुनाव भाजपा में चल रही आपसी कलह के कारण हार का सामना करना पड़ा। बतादें APMC के एक निदेशक ने कथित रुप से हारे हुए चेयरमैन भिखा लनिया को थप्पड़ भी लगा दिया, इस निदेशक के मुताबिक चेयरमैन की नेतृत्व क्षमता की कमी की वजह से ही बीजेपी ये चुनाव हारी।
वही कांग्रेस का कहना है कि किसान वर्ग बीजेपी से नाराज है, किसानों को कपास और मूंगफली के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं इसलिए किसानों ने बीजेपी को सबक सिखाया है।
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गौरतलब है की गुजरात के बोटाद जिले में स्थानीय एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) के चुनाव में बीजेपी के सभी 8 कैंडिडेट हार गये हैं। यहां पर बोटाद कांग्रेस अध्यक्ष डी एम पेटल के नेतृत्व वाले पैनल ने सारे सीटों पर जीत हासिल की है।
इस हार के बाद भाजपा खेमे में भी चिंता का विषय बना हुआ है। चिंता का विषय इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक महीने पहले ही इस इलाके का दौरा कर चुके हैं, और सिंचाई से जुड़े एक स्कीम का उद्घाटन कर चुके हैं, लेकिन बीजेपी को पीएम के इस दौरे का भी कोई फायदा नहीं हुआ है।
बहरहाल इस नतीजे के बाद भाजपा के लिए परेशानी तो बढ़ ही गयी होगी। अब देखना दिलचस्प होगा की आने वाले विधानसभा चुनाव में किस तरह से तैयारी करती है।
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