गोवा चुनाव:- बुधवार(4 जनवरी) को चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख तय कर दी जिसके बाद सभी पार्टीयों में एक कर्रेंट सा लग गया है, चाहे चुनाव प्रचार हो या गठबंधन की बात सारा फैसला जल्द से जल्द लेने लगे हैं।
- इसी क्रम में चुनाव की तारीख आने के बाद सबसे पहले भाजपा के लिये एक बुरी खबर आ गयी, दरअसल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने गोवा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से शुक्रवार को अपना गठबंधन तोड़ दिया।
गौरतलब है कि (एमजीपी) के अध्यक्ष दीपक धवालिकर ने गुरुवार को मीडिया में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखा एक पत्र जारी किया। इस पत्र में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के तोड़ने की घोषणा की है। धवालिकर ने अपने पत्र में कहा कि चुनाव परिणामों के बाद भाजपा–एमजीपी सरकार ने प्रशासन का कार्यभार संभाला और हमने कई मुद्दों पर मतभेदों के बावजूद अपना सहयोग जारी रखा। मतभेदों के कारण हाल ही में एमजीपी विधायकों को कैबिनेट से निष्कासित कर दिया गया।
आपको बता दें कि एमजीपी के मंत्रियों दीपक और सुदीन धवालिकर को मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने बीते महीने बर्खास्त कर दिया था। एमजीपी के दोनों मंत्रियों के खिलाफ मुख्यमंत्री के नेतृत्व की आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया था। जिसके चलते दरार आना शुरू हो गया था अंततः 4 जनवरी को चुनाव की तारीख आने के बाद ये फैसला ले लिया गया।