यूपी चुनाव:-कुछ महीने बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। इस बात का इल्म चुनाव आयोग कराए, उसके पहले ही राम के प्रति राजनीतिक दलों के मन में पनपे प्रेम से हो जाता है। उत्तर प्रदेश का मतदाता राम के नाम की राजनीति बढ़ते ही अंदाज लगा लेता है कि चुनाव सर पर हैं।
यूपी चुनाव में राम का नाम मानो वोट बैंक हो गया है, लगता तो है जैसे राम ही अब राज्य दिला सकतें हैं।
शायद इसलिए नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव को राम याद आए हैं। कोई राम को संग्रहालय में रखना चाहता है, तो कोई राम के नाम पर थीम पार्क बनवाने का एलान कर चुका है। इस बीच केंद्र के एक मंत्री ने यहां तक कह दिया है कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि रामराज कायम हो। नजरें उन रामावलंबियों पर है जिनकी संख्या उत्तर प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा सीट पर है।
बहरहाल जनता माने या ना माने लेकिन अब राम के नाम पर चल रही ये सियासी गर्मी तो यही संकेत दे रहा की अपनी चुनावी भाषण में जो राम का नाम जो ज्यादा लेगा और जो राम के लिए ज्यादा कुछ करने का वादा करेगा उसको राज्य मिलने की संभावना ज्यादा रहेगी।