लखनऊ :- कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के ‘यूपी किसान बेहाल यात्रा’ के बाद अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ‘समाजवादी विकास यात्रा’ निकालने का अंतिम फैसला ले चुके हैं।
दरअसल पारिवारिक सियासी लड़ाई समाजवादी पार्टी में कम होते हुए नहीं दिखाई दे रहा है, कभी चाचा भतीजा , तो कभी किस्सा कुर्सी का तो कभी यूपी में सीएम का चेहरा के लिए इन सब से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बौखलाए हुए है जिससे उन्होंने रजत जयंती समारोह से दो दिन पहले 3 नवंबर से ‘विकास से विजय की ओर समाजवादी विकास रथ यात्रा’ शुरू करने का बुधवार को अचानक ऐलान कर दिया।
अखिलेश की विकास यात्रा की घोषणा एकला चलो अभियान के रूप में देखी जा रही है। काबिलेगौर है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि वह किसी का इंतजार नहीं करेंगे और अकेले ही चुनाव प्रचार पर निकलेंगे, और ठीक वही होता नज़र आ रहा है, दरअसल अटकलें तो ये भी लगायी जा रही हैं की 5 नवंबर को होने वाले रजत जयंती कार्यक्रम से अखिलेश यादव किनारा ले सकतें है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह, राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को पत्र भेज कर इसकी सूचना दे दी है। साथ ही इसे मीडिया को भी जारी कर दिया गया।