उत्तर प्रदेश:- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अब ज्यादा दिन नहीं बचें है, ऐसे में अब चुनावी रैली भी जम कर चालू हो ही गया है, चाहे वो कांग्रेस हो बसपा हो या भाजपा सब अपने तरफ से पुरजोर कोशिश में लग गए है।
लेकिन यहां सबसे बड़ी संकट की घड़ी अभी समाजवादी पार्टी पर गुज़र रही है, पार्टी में पारिवारिक सियासी लड़ाई ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है और यही वजह है की इसका खामियाजा वोट पर पड़ रहा है।
आपको बता दें कि मुस्लिम वोटबैंक समाजवादी पार्टी के लिए काफी अहम होता है। समाजवादी पार्टी में जारी घमासान से सबसे ज्यादा परेशान इससे जुड़े मुस्लिम नेता है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में मुसलमानों का वोट 17 फीसदी के करीब है। ये वोटबैंक कोई भी नतीजा पलटने की ताकत रखता है।
अगर सपा का झगड़ा नहीं सुलझा तो उनका ये वोटबैंक कहीं न कही मायावती की पार्टी बसपा के पास जाने की उम्मीद है। वैसे भी कुछ समय पहले मायावती ने रैली के दौरान कहा था कि मुसलमान समाजवादी पार्टी को वोट देकर अपना वोट बेकार न करें क्योंकि वहां परिवार के भीतर ही अभी घमासान मचा हुआ है।
राजनीति समीक्षकों की माने तो बसपा के बाद कांग्रेस दूसरे नंबर पर सपा का वोट बटोरने में काफी हद तक सफल हो सकता है।