निकाय चुनाव:- नोट बंदी के बाद से जहाँ एक तरफ विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा था कि चुनाव में भाजपा बुरी तरह हारेगी, लेकिन नतीजा इसका उल्टा ही आ रहा है। एक के बाद एक पांच जगहों पर भाजपा निकाय चुनावों में पांचवी बड़ी जीत दर्ज कर ली है।
दरअसल इस बार भाजपा ने हरियाणा में फरीदाबाद नगर निगम और भिवानी नगर परिषद के चुनावों में जोरदार जीत दर्ज की है। पार्टी ने फरीदाबाद में 40 में से 30 सीटों पर कब्जा जमाया। कांग्रेस यहां पर एक भी सीट नहीं जीत पाई। 10 सीटों पर निर्दलीय उम्मीवार विजयी रहे हैं। यहां पर पहली बार भाजपा का मेयर बनने जा रहा है। चुनाव में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर के बेटे भी खड़े हुए थे। उन्होंने नौ हजार वोट से जीत दर्ज की है। चुनावों के दौरान बसपा ने भी उम्मीदवार उतारे थे। पिछली बार उसके तीन पार्षद बने थे लेकिन इस बार उसे एक भी सीट नहीं मिली। चुनावों के दौरान बसपा और निर्दलीयों ने नोटबंदी का मुद्दा उठाया था। फरीदाबाद में 8 जनवरी को निकाय चुनाव हुए थे। वहीं भिवानी में भाजपा ने सिंबल दिए बिना प्रत्याशी मैदान में उतारे। इसके चलते उसे फायदा हुआ और उसने 31 में से 18 वार्ड जीते। कांग्रेस को केवल एक और इनेलो को दो सीटों से संतोष करना पड़ा।
भाजपा ने यहां से पहले गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी निकाय चुनाव फतेह किए थे। इसमें बड़ी बात यह भी है कि सभी निकाय चुनावों में भाजप की जीत का अंतर बड़ा रहा है। कांग्रेस के लिए कहीं से भी अच्छी खबर नहीं मिली। हालांकि यह भी एक तथ्य है कि जिन भी राज्यों में निकाय चुनाव हुए हैं वहां पर भाजपा का राज है।