नरेंद्र मोदी को क्यों बादशाह मानतें हैं आजम खान, पढ़िये..

Lucknow:- अपने बेबाक बयान से मशहूर अखिलेश यादव सरकार के बेहद ख़ास और मजबूत मंत्री आजम खां ने कभी भी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानते हुए तीखा व्यंग किया।

दरअसल लखनऊ में पार्टी के फायरब्रांड नेता आजम खां ने कहा कि मैंने उनको हमेशा बादशाह कहा है। उनके हर फैसले बादशाह की तरह होते हैं और जनता को उनके हर फैसले को मानने पर मजबूर होना पड़ा रहा है।

गैरतलब है कि आजम खां ने आज लखनऊ के बंगला बाजार क्षेत्र में एक सामुदायिक केंद्र का उद्घाटन किया। सके बाद उन्होंने कहा कि आजकल देश में हर जगह पर नरेंद्र मोदी का संदेश गूंज रहा है। देश के लोग उनके मन की बात सुन रहे हैं। आजम ने कहा कि जो उनके मन की बात सुन रहे हैं मोदी उनकी ही बात को नहीं सुन रहे हैं।

चिदम्बरम के सवाल पर अरुण जेटली ने दिया जवाब…

​New Delhi:- नोट बंदी पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर जम कर हमला और आरोप लगाते हुए कहा था कि 50 दिन नहीं 7 महीने लग जायेंगे ये नोटबंदी के आड़ में एक बड़ा घोटाला है।

अब इसका पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार, घोटाला चरम पर था, उनके शर्मनाक रिकॉर्ड को देखते हुए राजग के अभियान पर कांग्रेस की परेशानी से कोई अचंभा नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 10 साल में भ्रष्टाचार या कालाधन के खिलाफ एक भी कदम नहीं उठाया।

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने नोटबंदी के केंद्र सरकार के फसले को साल का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया था। उन्होंने कहा था कि इससे हालात सामान्य होने में 50 दिन नहीं बल्कि सात महीने लगेंगे। उन्होंने कहा कि आरबीआई को आठ नवंबर को हुई बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक करना चाहिए, आखिर देश को भी पता चले कि बैठक में कौन-कौन से निदेशक शामिल हुये थे। 

केंद्र सरकार पर पूर्व वित्त मंत्री चिदम्बरम का हमला, ’50 दिन नहीं 7 महीने लग जायेंगे’

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New Delhi:- नोटबंदी को लेकर हो रही परेशानी से एक बार फिर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला किया है। कांग्रेस ने कहा हालात सुधरने में पचास दिन नहीं सात महीने लगेंगे।

दरअसल नागपुर में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्र की एनडीए सरकार पर हमला किया है। चिदंबरम ने नोटबंदी को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 500 रुपये का नोट बंद क्यों किया, जबकि यह सबसे ज्यादा चलन में था। इसके बाद 2000 का नोट क्यों लाए। यह सबसे बड़ा घोटाला है, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह उसी तरह है जैसा खोदा पहाड़ और निकली चूहिया...

  • पूर्व वित्तमंत्री ने सरकार पर हमला बोलते हुए  कहा कि यह बिना सोच-विचार के उठाया गया कदम है। 50 दिनों में हालात ठीक नहीं होंगे। 91 लोग बैंकों की लाइन में खड़े होकर मर गए। लोग कतार में हैं और उन्हें 2500 रुपये मिल रहे हैं। सरकार किसानों को सजा दे रही है। गांवों के बाजार और मंडी कई दिनों से बंद हैं।

पूर्व वित्त वित्त मंत्री रह चुके चिदम्बरम ने कहा हालात कैसे ठीक होंगे, क्योंकि एक महीने में 300 करोड़ से ज्यादा नोट नहीं छपते। नोटबंदी गरीबों पर हमला है, उनकी कमर टूट गई है। उन्होंने इसके जांच की मांग करते हुए कहा कि अभी हालात सामान्य होने में सात महीने लगेंगे।

 

गौरतलब है  कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 50 दिन का समय मांगा था और कहा था कि 50 दिन के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगेंगे।

राष्ट्रगान का अपमान करने पर एक महिला समेत 6 लोग गिरफ्तार…

Suprime court:- ​30 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रगान पर अहम आदेश दिया था। आदेश में कहा गया था कि सभी सिनेमा घरों में फिल्म के शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलवाना होगा, राष्ट्रगान के वक्त स्क्रीन पर तिरंगा भी दिखाना होगा। इसके अलावा कोर्ट ने कहा था कि हॉल में मौजूद दर्शकों को इस दौरान खड़ा होना भी अनिवार्य है। 

सुप्रीम कोर्ट का आदेश आये अभी 15 दिन ही हुयें है जहाँ एक ऐसा वाकया सामने आया जब चेन्नई शहर के तिरुवनंतपुरम में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उस समय महौल गर्मा गया जब राष्ट्रगान के अपमान के आरोप में एक महिला सहित 6 लोगों के बीच झड़प हो गया।

दरअसल रविवार को ‘चेन्नई 28-II’ फिल्म से पहले चलाए गए राष्ट्रगान के समय कुछ लोग सम्मान में खड़े नहीं हुए थे। इसके बाद दो गुटों में बहस शुरू हो गई और मारपीट होने लगी। इसपर आयोजकों ने सुप्रीमकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

जिसपर सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिल्म दिखाने से पहले राष्ट्रगान को अनिवार्य करने के आदेश के उल्लंघन के आरोप में 6 लोगो को हिरासत में ले लिया गया है।

मुलायम सिंह ने चली ऐसी चाल की अब मायावती को झेलनी पड़ेगी परेशानी…

लखनऊ:- ​राजनीति शब्द भी अपने आप में राजनीति है यहाँ कौन किसका हो जाये कुछ ठीक नहीं रहता है, और जब बात यूपी चुनाव की आये तो ये बातें और ज्यादा अहमियत रखने लगता है।

कुछ ऐसा ही हुआ है यूपी की सियासत में। मायावती के दाएं हाथ और बसपा के महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी के छोटे भाई हसमुद्दीन को सपा ने विधानसभा का टिकट देकर राजनीतिक गलियारे में सनसनी फैला दी। इस फैसले से खुद नसीमुद्दीन और बहनजी भी बेचैन हो उठीं हैं। 


नसीमुद्दीन के भाई हसमुद्दीन सिद्दीकी को समाजवादी पार्टी ने बांदा से विधानसभा प्रत्याशी बनाया है। इस प्रकार पार्टी ने बसपा को घेरने के लिए और नसीमुद्दीन को धर्मसंकट में डालने के लिए यह नई तरह की चाल चली है। जिसकी सियासी गलियारे में खासी चर्चा है।

 

राजनाथ सिंह के बयान पर राहुल गांधी ने साधा निशाना, पढ़िये क्या कहा.??

नई दिल्ली:- ​गृह मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा दिए गए बयान  ‘पाकिस्तान भारत को धार्मिक आधार पर बांटने का षड्यंत्र रच रहा है’ को लेकर राहुल गाँधी ने निशाना साधा है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वे इससे सहमत हैं कि पाकिस्तान भारत को धार्मिक आधार पर बांटना चाहता है, लेकिन गृहमंत्री और उनके बॉस (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) भी तो वही कर रहे हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, हां, राजनाथ सिंह जी पाकिस्तान भारत को धार्मिक आधार पर बांटना चाह रहा है। क्या आपको पता चला कि आप और आपके बॉस भी वही कर रहे हैं?’

गौरतलब है कि रविवार को राजनाथ सिंह शहीदी दिवस के लिए जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने ये बात सम्बोधित किया था।

राजनाथ सिंह ने दिया पाकिस्तान को खुली चुनौती कहा अगर पाकिस्तान बाज नहीं आया तो…

जम्मूकश्मीर:- ​शहीदी दिवस के लिए जम्मू कश्मीर के कठुआ में गए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को खुली चुनौती दे डाली।

 

उन्होंने कहा कि ‘भले ही पाकिस्तान ने चा-चार बार हिंदुस्तान पर हमला किया हो, पर यहां के जवानों ने उनके दांत खट्टे कर दिए हैं। अभी तो पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो पाकिस्तान के शायद 10 टुकड़े हो जाएं।’

 

राजनाथ सिंह ने आगे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का जिक्र करते हुए कहा, ‘कारगील की लड़ाई के बाद भी अटल जी ने पाक की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। लेकिन पाक ने उसके बदले क्या किया?

 

मशहूर सिंगर ने छोड़ा कांग्रेस का साथ बीजेपी में हुए शामिल…

पंजाब:- ​जहाँ एक तरफ आवज-ऐ-पंजाब कांग्रेस के साथ मिलकर कांग्रेस को मजबूती देने की कोशिश कर रहा है,वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है.

दरअसल प्रसिद्ध पंजाबी और सूफी सिंगर हंसराज हंस कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने इसी साल फरवरी में शिरोमण‍ि अकाली दल का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा था. कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद जब कारण पुछा गया तो उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जिस तरह से गरीबों के लिए काम कर रहे हैंउससे वे प्रभावित हुए और उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के लिए अमित शाह से संपर्क किया.


गौरतलब है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव करीब है, ऐसे में सभी दलों में नए-नए लोगों का आना लगा हुआ है. हंसराज हंस साल 2009 में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर जालंधर से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन वे हार गए थे. हालांकि, हंसराज हंस ने कहा है कि अभी वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.

यूपी चुनाव में जीत के लिये भाजपा करने जा रही है ये टोटका…

उत्तर प्रदेश:- ​19 दिसंबर को भाजपा कानपुर में सबसे बड़ी रैली करने जा रही है, और कहा जा रहा है इस रैली में अब तक का सबसे ज्यादा भीड़ जुटेगी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी एक टोटका करने जा रही हैं।

  • दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के कानपुर में रैली करने वाले हैं। ऐसे में मोदी के लिए उनकी लकी कुर्सी को भी तैयार कर लिया गया है। बीजेपी कार्यकर्ता चाहते हैं कि पीएम मोदी कानपुर रैली के दौरान उसी कुर्सी पर बैठें

      गौरतलब है कि पार्टी कार्यकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक, कुर्सी से जुड़ा एक पुराना किस्सा है जो पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुद बताया। उन्होंने कहा कि पीएम बनने से पहले सबसे पहली ‘विजय शंखनाद’ रैली मोदी ने 19 अक्टूबर 2013 को कानपुर में की थी। उस रैली के दौरान नरेंद्र मोदी उसी कुर्सी पर बैठे थे। बीजेपी की तरफ से पीएम कैंडिडेट के रूप में वह उनकी पहली रैली थी। उसके बाद बीजेपी ने यूपी में 80 में से 7सीटें जीत ली थीं। तब से पार्टी कर्यकर्ताओं ने मान लिया कि वह कुर्सी लकी है।

      कानपुर के बीजेपी नेताओं ने कुर्सी को संभाल कर रखने के लिए एक ग्लास का चैंबर भी बनवा लिया था। कुर्सी पिछले तीन सालों से पार्टी के जिला कार्यालय में रखी हुई थी। कुर्सी के अलावा वह ग्लास जिससे पीएम मोदी ने रैली के दौरान पानी पिया वह भी रखा हुआ है। उसके अलावा एक डिब्बा और है। उसमें मशहूर ठग्गू के लड्डू रखे हुए हैं। जो कि मोदी को भेंट किए गए थे।

      रैली के दौरान राजनाथ सिंह को दिखाया गया काला झंडा…

      फतेहपुर:- भारतीय जनता पार्टी अपनी परिवर्तन रैली यात्रा लेकर फतेहपुर पहुच गयी है, वहीँ  रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को विरोध का सामना करना पड़ा।

      दरअसल उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में रैली के लिए पहुंचें राजनाथ सिंह को काले झंडे दिखाए गए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।रैली को संबोधित करने पहुंचें राजनाथ सिंह ने जैसे ही भाषण देना शुरु किया कि कुछ युवकों ने सभा में हंगामा शुरु किया। उन्होंने राजनाथ सिंह के खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे दिखाए

      • हालांकि तुरंत ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रदर्शकारी युवकों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने फौरन ही युवकों को रैली स्थल से हटा लिया।

      गौरतलब है की रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने सपा और बसपा के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि यूपी में ना बुआ की ना बबुआ की, सरकार बनेगी फुलवा की, कमल के फुलवा की।’ उन्होंने नोटबंदी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन पर उनकी तारीफ की और उन्हें ईमानदार नेता बताया।