हो गया तय यहाँ से एक साथ चुनाव प्रचार करने उतरेंगी डिम्पल और प्रियंका…

यूपी चुनाव :- ​कई दिनों से ये कयास लगाये जा रहे थे की उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और प्रियंका वाड्रा गाँधी एक साथ चुनावी मंच पर कब उतरेंगी। लेकिन अब वो इंतज़ार ख़त्म हुआ और तय हो गया डिम्पल और प्रियंका एक साथ मंच पर उतरने के लिए तैयार है।

दरअसल सूत्रों की माने तो प्रियंका और डिम्पल आजमगढ़ और पूर्वांचल के सभी जिलों में चुनाव प्रचार करेंगी। दोनों महिला नेताओं की पहली रैली फरवरी माह के अंत या फिर मार्च के पहले सप्‍ताह में मुलायम सिंह संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में हो सकती है। जब सपा के कार्यकर्ताओं से इस विषय पर बात चित हुई तो उनका कहना था कांग्रेस के गठबंधन के साथ ही हम बहुमत की सरकार बनाएंगे वही अब डिंपल भाभी और प्रियंका दीदी के चुनाव प्रचार से 300 के ऊपर सीट मिलेगी।

इन दोनों प्रचारकों की चर्चा इसलिए भी है कि कम से कम प्रियंका को पूर्वाचल के लोगों ने कम ही नजदीक से देखा है। ऐसे में यह उम्‍मीद भी की जा रही है कि दोनों अपनी रैली में भीड़ जुटाने में सफल होगी। 

राहुल गाँधी के इन सवालों ने मोदी की चिंता बढ़ाई…

यूपी चुनाव:- कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी पर किसी भी प्रकार कोई मौका नहीं छोड़ना चाहतें, लगातार अपने सवालों से उनका पीछे किये हुए रहते हैं। इसी सिलसिले में उनाव में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने तीखा हमला करते हुए सवालों का ढेर लगा दिया।
उन्होंने पीएम मोदी की सरकार को जुमलेबाजों की सरकार बताते हुए ऐसे कई सवाल किए जिन्हें जानकर बीजेपी वाले हैरान हैं ।


पढ़िए क्या थे सवाल…

  • राहुल गांधी ने पहला सवाल पूछते हुए कहा विजय माल्या जैसे पचास बड़े उद्योगपतियों का लाखों करोड़ का कर्ज माफ कर दिया गया, जबकि किसानों की कर्ज से मौतें हो रही हैं। ऐसा क्यों किया गया? 
  • दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात करने वाली केंद्र सरकार ने झूठा वादा कर युवाओं को ठगने का काम किया है। विदेशों से कालाधन वापस लाने के साथ ही 15 लाख रुपये लोगों के खाते में क्यों नहीं आए?
  • राहुल ने कहा कि भारत में अब सफाई की हालत कैसी है ये बताएं प्रधानमंत्री? राहुल ने नोटबंदी को लेकर कर कहा नोटबंदी के बाद देश का क्या भला हुआ। लोगों को इसकी वजह से कितनी परेशानियां झेलनी पड़ीं क्या इसका जवाब है प्रधानमंत्रीजी के पास। 

  

“काम बोलता है” गाने पर बीजेपी नेता ओम माथुर ने पूछ लिया ये बड़ा सवाल..!!

यूपी चुनाव:- ​इन दिनों चुनावी माहौल है हर तरफ एक सुनाई पड़ता है “काम बोलता है”  गाने के टाइटल का मतलब उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पांच साल के कार्यकाल में काम होने का सबूत दिखा रहा है।

लेकिन भाजपा के नेता ओम माथुर ने कुछ ऐसे सवाल खड़े कर “काम बोलता है को लेकर” जो शायद अखिलेश जवाब देना मुश्किल हो जाये।

दरअसल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर ने समाजवादी सरकार पर जोरदार हमला बोलते उन्होंने सपा सरकार के चुनावी नारे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब काम बोलता है तो कांग्रेस की बैसाखी का सहारा क्यों लेना पड़ा। जो मुख्यमंत्री अगर पांच साल तक काम करेगा उसे 300 से कम सीटों पर चुनाव लड़ने की नौबत आ गई। यह साफ जाहिर करता है कि सपा हताश हो चुकी है, उसका आत्मविश्वास डोल गया है।

इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री का चेहरा न घोषित किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। हरियाणा और महाराष्ट्र में भी कोई चेहरा नही था बावजूद इसके सफलता मिली। यहां भी हमारा कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहा।

अखिलेश-राहुल वाराणसी रोड शो के लिए प्रशांत किशोर ने बनायीं ये बड़ी रणनीति…

चुनावी संग्राम:- यूपी चुनाव दूसरा चरण का वोटिंग भी समाप्त हो गया। अब तीसरे चरण के लिए पार्टी प्रचारक रैली करने में खूब जोर लगा दिए है। जहाँ अखिलेश और राहुल साथ में रोड शो कर रहें है, तो वही नरेंद्र मोदी यूपी में धुआंधार रैलियां किये जा रहें है।

Also read:- पंजाब चुनाव के बाद आया प्रशांत किशोर का ओपिनियन पोल…भाजपा को लगा एक और तगड़ा झटका, केंद्रिय मंत्री के भतीजे ने छोड़ी पार्टी…

  • ऐसे में ही अखिलेश और राहुल का रोड बनारस में 11 फरवरी को होने वाला था, लेकिन किन्हीं वजहों से स्थगित कर दिया गया। हालाँकि सपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है उस दिन रविदास जयंती थी भीड़ की वजह से ये टाला गया। लेकिन असल में सच्चाई कुछ और सामने आ रहा है।

दरअसल रोड शो निरस्त करने का सबसे बड़ा कारण कुछ और ही था। जब समाचारयूपी डॉट कॉम के रिपोर्टर ने इसकी पड़ताल की तो मामला कुछ और ही निकलकर आया। रिपोर्टर बतातें है कि ये सब रणनीति कांग्रेस के राजनीति सलाहकार प्रशांत किशोर का दिमाग़ था। दरअसल प्रशांत किशोर चाहतेे है बनारस में राहुल अखिलेश का रोड शो तब करें जब चुनाव नजदीक आ जाये अगर 11 तारीख को करते तो ये जल्दबाजी हो जाती, एक वजह ये भी देखा जाये तो वहां तब नामंकन भी नही हुआ था।  

खैर पीके के एक और बेहतरीन चाल के बाद ये देखना दिलचस्प होगा की अब राहुल-अखिलेश का रोड शो इसपर कितना कारगर साबित होगा। आपको बतादें की वाराणसी में सातवें और आखिरी चरण का चुनाव 8 तारीख को है।

अखिलेश के बेहद खास माने जाने वाले इस विधायक ने पार्टी छोड़ थामा बसपा का दामन…

गाजीपुर:- उत्तर प्रदेश की राजनितिक समीकरण बदलता चला जा रहा। टिकट वितरण को लेकर सभी पार्टीयीं में बगावती तेवर देखने को मिल रहा है।  टिकट ना मिलने की वजह से पार्टी छोड़ने का सिलसिला भी लगातार जारी है। और इसका सबसे ज्यादा असर समाजवादी पार्टी पर दिखाई पड़ता है।

दरअसल सपा के सबसे खास माने जाने वाले गाजीपुर सदर सीट से विधायक विजय मिश्रा ने सपा का दामन छोड़ बसपा का दामन थाम लिया है। कहा जाता है विजय मिश्रा अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं, लेकिन अखिलेश ने उनका टिकट काट कर वहां से जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा को दे दिया। जिसके बाद से ही ये लग रहा था विजय मिश्रा बगावत कर सकते हैं।

आपको बतादें बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश मिश्रा ने गुरुवार की शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विजय मिश्रा को बसपा की सदस्यता दिलायी।

यहाँ अगर सेक्स करना है, तो पहले डालें वोट.!!

​कीनिया:- वोट पाने के लिए नेता तरह तरह के वादे करते रहते है, ये हर जगह की बात है। लेकिन आज तक आप ऐसी अपील कही भी ना सुनी होगी ना देखी होगी।

  • दरअसल कीनिया में एक सांसद ने महिलाओं से अपील की है कि वो अपने पति के साथ तब तक सेक्स ना करें जब तक कि वो 8 अगस्त को होने वाले चुनावों के लिए मतदाता के तौर पर अपना पंजीकरण नहीं करा लेते.

आपको बतादें मिशि मबोको तटीय शहर मोम्बासा से महिलाओं की प्रतिनिधि हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी वोटों को हाशिये पर धकेलने की यह सबसे बढ़िया रणनीति है. मबोको ने कहा, “महिलाओं आपको इस रणनीति को अपनाना चाहिए. ये सबसे बढ़िया है. उनके साथ संभोग से इनकार कर दीजिए जब तक कि वे आपको अपना वोटर कार्ड नहीं दिखा देते.”

गौरतलब है कि 8 अगस्त को कीनिया में मतदान होना है ऐसे में सभी लोग वोट दें इसके लिए मबोको ने ये हथकंडे अपनाये।

भाजपा को लगा एक और बड़ा झटका, अब केंद्रीय मंत्री के भतीजे ने छोड़ी पार्टी…

​जौनपुर:- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जबसे टिकट वितरण किया है तभी से उसे बगावत का सामना करना पड़ रहा है। दिन प्रतिदिन भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।

इसी क्रम में अब बुधवार को पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र के भतीजे मिश्र सहित तीन मंडल अध्यक्षों और कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया।

  •  हालाँकि जब कलराज मिश्र से ये पूछा गया तो उनका कहना है कि पार्टी में कोई नाराजगी नहीं है और सारे नेता पार्टी की जीत के लिए प्रचार- प्रसार में जुटे हैं।

वहीँ इस्तीफे के बाद से पूरे भाजपा तबके में हड़कंप मच गया है। फ़िलहाल सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष इस बारे में कलराज मिश्रा से बात कर सकते हैं।

 

ओडिशा पंचायत चुनाव में भाजपा का उलटफेर, परिणाम ने सबको किया हैरान…

ओडिशा:-​ ओडीशा निकाय चुनाव में भाजपा ने बड़ा उलटफेर करते हुए सबको चौका दिया है, हमेशा से तीसरे चौथे नंबर पर आने वाली भाजपा इस बार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सबको चौका दिया।

दरअसल जिला परिषद की 188 सीटों के लिए हुए पहले चरण के चुनाव में बीजेडी ने 96 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को 71 सीटों पर कामयाबी मिलीं. और वहीँ कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें ही मिल पाईं. पांच साल पहले हुए चुनाव में जिला परिषद की 851 सीटों में से बीजेडी को 651 सीटें मिली थीं और कांग्रेस को 126. तब बीजेपी सिर्फ 36 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी. 

आपको बतादें ओडिशा में अभी पंचायत चुनावों के तीन दौर बाकी हैं। 19 फरवरी को यहां अंतिम चरण का मतदान होगा, ये पहले चरण का नतीजा था।
भाजपा ने चुनावों से पहले कहा था कि इनके नतीजे विधानसभा चुनावों का ट्रेलर साबित होंगे। पहले चरण में 71 प्रतिशत मतदान हुआ है।

बड़ी खबर:- प्रियंका ने रद्द की रैली, इस कारण से यहाँ पर नहीं करेंगी प्रचार!!

​यूपी चुनाव:- कांग्रेस-सपा गठबंधन तो हो गया लेकिन अभी भी कहीं न कहीं पेच फसा हुआ है। सीटों को लेकर तनातनी लगा हुआ है, किसी किसी सीटों पर गठबंधन होने के बावजूद उसपर दोनों पार्टी के प्रत्याशी ने नामंकन कर दिया है।

इसी क्रम में से अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर अब गहमागहमी मची हुई है। दरअसल अमेठी और रायबरेली की चार सीटों पर दोस्ताना लड़ाई की वजह से प्रियंका गांधी वाड़्रा का इन दोनों जगहों पर चुनावी दौरा फिलहाल रद्द हो गया है. यहां सपा-कांग्रेस दोनों ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, सूत्रों के अनुसार प्रियंका यहाँ पहले से ही चुनाव प्रचार को लेकर तैयार थी लेकिन कई कोशिशों के बावजूद सपा ने यहां से अपने प्रत्याशी उतार दिए जिस वजह से प्रियंका ने अपना दौरा रद्द कर दिया। आपको बतादें प्रियंका को 14 फरवरी से लेकर 24 फरवरी तक इन दोनों जगहों पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ प्रचार करना था.

हालांकि इन दोनों जगहों में ऊंचाहार सीट से कांग्रेस के अजय पाल सिंह के खिलाफ सपा के मनोज पांडे मैदान में हैं. अमेठी में सपा के गायत्री प्रजापति के खिलाफ कांग्रेस की अमिता सिंह, गौरीगंज में सपा के राकेश प्रताप सिंह के खिलाफ कांग्रेस के मौ नईम, सारेनी में सपा के देवेंद्र प्रताप सिंह के सामने कांग्रेस के अशोक सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. बाकी चार बची हुई सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. 

भाजपा-बसपा गठबंधन को लेकर मायावती का आया ये बड़ा बयान….

यूपी चुनाव:- कहतें है उत्तर प्रदेश की राजनीति को समझना बड़ा ही कठिन काम है, यहाँ पल भर में पासा इधर से उधर पलट सकता है। ऐसे में ही कांग्रेस-सपा गठबंधन के बाद कई दिनों से खबरें उड़ रही थी भाजपा और बसपा के गठबंधन को लेकर। 

  • दरअसल कहा जा रहा था भाजपा और बसपा गठबंधन करने को लेकर अपना नरम रुख अपना रहे है दोनों एक दूसरे की बुराई अपने रैली में भी माही करते, लेकिन मायावती ने इस उड़ती हुई खबर पर अपना बड़ा बयान दे दिया है।

    बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को कानपुर की एक रैली में कहा, “बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैला रही है कि बीजेपी और बीएसपी राज्‍य में मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं।” मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी विपक्ष में बैठना पसंद करेगी मगर बीजेपी का साथ नहीं लेगी। उन्‍होंने कहा, “हम विपक्ष में बैठने को तैयार हैं मगर बीजेपी की मदद से सरकार नहीं बनाएंगे। सपा, कांग्रेस के साथ जाने का सवाल ही नहीं।” इसके बाद इन्होंने पहले चरण के वोटिंग का जिक्र करते हुए कहा, “पहले चरण में बीएसपी को एकतरफा झमाझम वोट मिला है। बीएसपी नंबर एक पर रहेगी। बीजेपी व अन्‍य पार्टियों को बहुत कम सीटें मिलेंगी।”