केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी CBSE ने सत्र 2019-20 से प्रैक्टिकल परीक्षा की पूरी प्रक्रिया बदल दी है। दरअसल, बदलाव यह है कि प्रैक्टिकल परीक्षा समाप्त होने के साथ ही अब प्रैक्टिकल के अंक बोर्ड को भेजने होंगे।
इसके अलावा प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान तीन बार बोर्ड के पास लैब के फोटो जाएंगे। इसमें छात्र, परीक्षकों और ऑब्जर्वर होने चाहिए। यानी फोटो में तीनों की फोटो स्पष्ट दिखनी चाहिए। परीक्षा समाप्त होते ही इसके अंक भी बोर्ड को भेजना अनिवार्य है।
सीबीएसई ने पहली बार लिखित परीक्षा की तरह प्रैक्टिकल एग्जाम के भी सेंटर डालने का निर्णय लिया था। इसे लेकर स्कूलों ने आपत्ति जताई थी। बोर्ड ने आपत्तियां स्वीकार करते हुए इसमें कई बदलाव कर दिए। इससे प्रैक्टिकल की मॉनीटरिंग की जाने लगी। इससे पूर्व की व्यवस्था में प्रैक्टिकल परीक्षा की कोई विशेष मॉनीटरिंग नहीं होती थी।
साथ ही पहली बार 100 या इससे ज्यादा छात्र संख्या वाले स्कूलों में एक-एक ऑब्जर्वर भी भेजा गया है। ऑब्जर्वर पूरे प्रैक्टिकल पर निगाह रखेगा और इसकी रिपोर्ट सीधे बोर्ड को भेजेगा।