बड़ी खबर:- आखिरकार चुनाव आयोग ने साईकिल का कर ही दिया फैसला…

​UP:- आखिरकार आज समाजवादी पार्टी में चल रही चुनाव चिन्ह की लड़ाई का खात्मा हुआ दरअसल चुनाव  चिह्न विवाद पर चुनाव आयोग आज अंतरिम आदेश पारित कर दिया है.

अखिलेश यादव को पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों मिल गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी की अगुवाई में आयोग ने शुक्रवार को दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थीं और अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था. आयोग आज आदेश पारित कर दिया है.

गौरतलब है की चुनाव आयोग ने 9 तारीख तक दोनों पक्ष से हलफनामे के जरिए ये बताने को कहा था कि किस पक्ष के पास कितने विधायकों का समर्थन है ? दोनों पक्षों के इन्हीं हलफनामों का अध्ययन करने के बाद चुनाव आयोग ने 50%+1 के आधार पर अखिलेश को पार्टी को साइकिल निशान दिया. अखिलेश यादव को इस बात की जानकारी दे दी गई है.

 

देखें वीडियो:- जब नोबल विजेता कैलाश सत्यार्थी एक लड़की के प्यार में पड़ गये थे…

साक्षात्कार:- ​बच्चे हैं जो कहने के लिए तो बच्चे होते हैं लेकिन वे कभी अपना बचपन देख ही नहीं पाते। और ऐसे ही बच्चों के लिए अगर कोई अपना पूरा जीवन समर्पित कर दे तो उसके प्रति मन में सम्मान और आदर के भाव आना स्वाभाविक है।

कैलाश सत्यार्थी एक ऐसे ही व्यक्ति हैं, अपने बचपन बचाओ आन्दोलन के अंतर्गत उन्होंने दुनिया भर के 85,000 से अधिक बच्चों को trafficking, slavery और child labour के कुचक्र से आज़ादी दिलाई है। और इस काम के लिए उन्हें Nobel Peace Prize से सम्मानित भी किया जा चुका है।

आइये आज हम इस महान व्यक्ति के दिल छू लेने वाले विचारों और जीवन के कुछ अनछुए पहुलओं को जानतें है जो www.samacharup.com की सहयोगी टीम MIM(Made in Media) के द्वारा लिया गया एक छोटा सा साक्षात्कार है।
देखें ये वीडियो:-

तो ये थी ndtv से इस्तीफ़ा देने की बड़ी वजह…

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दिल्ली — टीवी मीडिया की जानी मानी पत्रकार और संपादक बरखा दत्त ने एनडीटीवी से अपना 21 साल पुराना रिश्ता रविवार खत्म कर दिया। इतने साल तक लगातार एक ही मिडिया से जुड़े रहने के बाद अचानक इस्तीफे की ख़बर लगते ही मीडिया गलियारे में ये चर्चा का बिषय बनने के साथ ही ये सोशल मीडिया के टॉप ट्रेंडिंग में भी चल रहा है। 
आखिर ऐसा कौनसा कारण था जिससे बरखा दत्त को इस्तीफ़ा देना पड़ा.?

दरअसल आप को बता दें कि बरखा दत्त काफी दिनों से इस प्रयास में थी की अपना खुद का एक वेंचर खोलें जिसे वो सोशल मीडिया पर खबर देते हुए इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि एनडीटीवी के साथ उनका सफर शानदार  रहा और अब नये साल के अवसर पर वो मीडिया में अपना नया वेंचर शुरू करेगी हालांकि अभी किसी भी प्रकार के नाम की घोषणा नही की।

गौरतलब है कि बरखा दत्त साल 1999 में एनडीटीवी के लिए कारगिल युद्ध के दौरान कवरेज से भारत के साथ साथ दुनिया में भी फेमस हुई थीं। उन्हें पत्रकारिता क्षेत्र के कई नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड भी मिल चुके हैं। हालांकि, बरखा दत्त का नाम राडिया टेप में सामने आने से विवादों में पड़ गई थी। जिससे उनकी छवि भी धूमिल हुई थी।

सर्वे:- केजरीवाल और मोदी में सबसे बेहतर कौन, हुआ चौकाने वाला खुलासा… 

सर्वे:- ​दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के सहयोगी रह चुके योगेंद्र यादव ने एक बड़ा सर्वे किया है। सर्वे में दिल्ली केजरीवाल सरकार और केंद्र में मोदी सरकार की तुलना किससे ज्यादा संतुष्ठ है इसपर किया गया था।

सर्वे में चौकाने वाले खबर आये जिसमे दिल्ली की जनता केजरीवाल से ज्यादा केंद्र की मोदी सरकार से संतुष्ट है। सिर्फ यही नहीं, 36 फीसदी लोग मानते हैं कि केजरीवाल सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार बढ़ा है, जबकि 23 प्रतिशत लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार पहले जैसा है 25 फीसदी मानते हैं कि इसमें कमी आई है। 

योगेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने पूरे सर्वे को खुद डिजाइन किया है। सर्वे दिल्ली की 19 विधानसभा में 1202 लोगों पर किया गया है। नए साल के शुरुआती पांच दिनों में यह बातचीत अलग-अलग लोगों से की गई। सर्वे किसी एजेंसी से नहीं बल्कि खुद उनके लोगों ने किया है।

हरियाणा के इस मंत्री ने महात्मा गाँधी को लेकर ये क्या कह दिया…

हरियाणा:- ​जहाँ एक तरफ महात्मा गाँधी की जगह कैलेंडर में मोदी की फोटो लगने से पूरा माहौल गर्म हुआ है वहीँ अब दूसरी तरफ आग में घी का डालने का काम कर दिया है भाजपा के ही एक मंत्री ने जो महात्मा गाँधी को लेकर एक और बड़ा बयान दे दिया।

 

दरअसल हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने नरेंद्र मोदी को महात्मा गांधी से बड़ा ब्रांड बतलाते हुए कहा की गांधीजी ने कोई खादी का ट्रेडमार्क तो करा नहीं रखा है. पहले भी कई बार उनकी तस्वीर नहीं लगी है.” उन्होंने कहा मोदी की तस्वीर लगने के बाद से खादी की बिक्री में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में यह फैसला अच्छा है.

इसके बाद अनिल विज ने कहा, “गांधीजी का तो नाम ही ऐसा है जिस चीज पर लग जाती है वो चीज़ डूब जाती है. रुपए के ऊपर लगी और रुपया हमारा डूबता ही चला गया.

  • यह पूछे जाने पर कि क्या नोटों से भी गांधी की तस्वीर हट जाएगी, विज ने कहा, “मैं ऐसा नहीं कह रहा हूँ, कि हटाए जाएंगे लेकिन जो इसका विरोध कर रहे हैं कि मोदीजी की तस्वीर क्यों लगाई गई, मैं उन्हें जवाब दे रहा हूँ.” 

गौरतलब है कि अनिल विज का बयान ऐसे मौके पर आया है जब खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर में से गांधीजी की तस्वीर हटाकर उनकी जगह पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर कैलेंडर में लगाया गया है. तस्वीर में पीएम मोदी चरखा चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

लाइफ में सिंगल होने को लेकर पीएम मोदी को ये क्या बोल गयी राखी सावंत…

​आइटम सांग पर धमाल मचाने वाली आइटम गर्ल के नाम से मशहूर अभिनेत्री राखी सावंत जो अपने बयान और मोदी की तस्वीरों वाले कपड़े पहनकर सुर्खियां बटोर चुकीं हैं। इस बार राखी ने बिना पत्नी के रह रहे पीएम मोदी को लेकर बयान दिया है। 

राखी सावंत ने कहा कि अकेली होने पर फिलहाल वह खुश हैं। बकौल राखी जब मैं बाबा रामदेव, नरेंद्र मोदी, सलमान खान और कई अन्य प्रसिद्ध हस्तियों को बिना शादी के देखती हूं तो खुद को भाग्यशाली मानती हूं

 फिलहाल आपको बता दें राखी अपने दूसरे रियलिटी शो ‘राखी का स्वयंवर’ के लिए तैयार हैं, जिसमें वह अपने लिए भाग्यशाली वर तलाश सकें। 

इन कारणों से नहीं हो पा रही अखिलेश और मुलायम के बीच ‘सुलह’…

यूपी चुनाव:- ​समाजवादी पार्टी में घमासान मची हुई सुलह होने का कोई नामो निशान नहीं दिख रहा है, कई कोशिशों के बावजूद पार्टी दो खेमो में बट चुकी है।

सभी ये जानते हैं कि, समाजवादी पार्टी में ये रार क्यों शुरू हुई। लेकिन आइये हम आपको बताते हैं कि पार्टी में सुलह क्यों नहीं हो पा रही है.?



जिद बनी मुसीबत:-

  • दोनों खेमे में सुलह न हो पाने की सबसे बड़ी वजह है सपा प्रमुख और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जिद।दोनों ही अपनी-अपनी शर्तों पर सुलह करना चाहते हैं जो मुमकिन नहीं हैं।

अखिलेश की मांग:– 

  • सूत्रों की मानें तो सारी फसाद की जड़ रामगोपाल यादव की वापसी ही है। दरअसल अखिलेश यादव चाहतें है रामगोपाल यादव की पार्टी में वापसी हो। इसके अलावा अखिलेश विधानसभा चुनाव तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहना चाहते हैं। अमर सिंह का पार्टी से निष्कासन। शिवपाल सिंह यादव को राष्ट्रीय राजनीति में भेजा जाये। बर्खास्त युवा नेताओं की पार्टी में वापसी।

“समय निकाल कर ये भी पढ़ें:- “

मुलायम सिंह का इंकार:-

  • मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुलह की इन शर्तों से सपा प्रमुख को ऐतराज है। सपा प्रमुख नही चाहतें है कि रामगोपाल को पार्टी में वापस बुलाया जाये और ना ही अखिलेश अपने मर्जी के रहें।  इन्ही कारणों से अब तक सुलह की 7 कोशिशें बेकार हो चुकी हैं।

चुनाव आयोग ने दिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका…

​यूपी चुनाव:- चुनाव अब सर पर आ चुका है ऐसे में चुनाव आयोग भी सख्त हो गया है, अगर कोई भी आचार संहिता का उल्लंघन करता पाया गया तो उस पर कड़ी कार्यवाई होगी।

इन्ही बिच अखिलेश यादव को चुनाव आयोग की तरफ से बड़ा झटका लगा है, दरअसल रविवार को चुनाव आयोग ने यूपी शासन को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अब सीएम अखिलेश की फोटो वाला स्कूल बैग, राशन कार्ड नहीं बांटे जाएंगे। इसके साथ ही आयोग ने सभी सीयूजी नंबर्स में लगे कॉलर ट्यून को भी बदले जाने का निर्देश दे दिया।

…तो पाकिस्तान हो जायेगा विश्वकप से बाहर

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विश्वकप:- 2019 में होने वाली आईसीसी विश्व कप में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। दरअसल 2019 में होने वाले विश्वकप से पाकिस्तान का बाहर होना लगभग तय दिख रहा है।

आपको बता दें कि पाकिस्तान अभी एकदिवसीय टीम रैंकिंग में सबसे नीचे पायदान पर मौजूद है शुक्रवार से आस्ट्रेलिया में शुरू हो रही पांच मैचों की वनडे सीरीज में उसका मुकबला विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया से होना है

पाकिस्तान इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर अपनी रैंकिंग सुधारते हुए विश्व कप के लिए सीधे क्वॉलिफाई करना चाहेगा जो ऑस्ट्रेलियाई टीम की फॉर्म को देखते हुए कठिन लग रहा है। वनडे रैंकिंग में टॉप टीमें सीधे वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाई कर लेती हैं। उसके बाद की रैंकिंग वाली टीमों के लिए क्वॉलिफाइंग मैच खेलने पड़ते हैं। पाकिस्तान पर इसी राउंड में खेलने का खतरा मंडरा रहा है।

यह है मौजूदा स्थिति ऐसे होंगे क्वॉलिफाई…

1-    30 सितंबर 2017 की आईसीसी वनडे        टीम रैंकिंग से होगा फैसला

2–    07 शीर्ष टीमें और विश्व कप का मेजबान इंग्लैंड करेंगे सीधे क्वॉलिफाई

3-   30 मई से 15 जुलाई2019 तक होने वाली विश्व कप में होंगी ये 8 टीम

4-   04 निचली रैंकिंग की टीमें 2018 में विश्व कप क्वॉलिफायर में हिस्सा लेंगी

5-   06 एसोसिएट देशों की टीमें भी आईसीसी विश्व क्रिकेट लीग से आएंगी क्वॉलिफायर में

6-    02 टीमें इस क्वॉलिफायर में शीर्ष पर रहते हुए विश्व कप में क्वॉलिफाई करेंगी।।

चुनाव आयोग की फटकार के बावजूद साक्षी महाराज ने दिया एक और विवादित बयान…

​यूपी चुनाव:- भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज जो विवादित बयान के लिए जाने जाने जाते है, कुछ दिन पहले 4 पत्नी और 40 बच्चे को लेकर बयान दिए जिस वजह से सुर्खियों में आये थे जिसपर चुनाव आयोग ने उन्हें कड़ी फटकार भी लगाया था।

लेकिन लगता है साक्षी महाराज पर इसका को कोई असर नहीं पड़ने वाला क्योंकि उन्होंने अब एक बार फिर मुस्लिमो को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। साक्षी महाराज का कहना है कि आखिर आतंकी एक ही कौम से क्यों आते हैं? साक्षी ने कहा कि हमें पाकिस्तान से खतरा नहीं है। बल्कि आस्तीन के सांपों से खतरा है जो इस देश में रहते हैं, इस देश का खाते है, देश का पहनते है लेकिन गीत पाकिस्तान का गाते हैं। गुणगान आतंकियों का करते हैं 

बीजेपी सांसद ने कहा कि  कहने को तो लोग कहते हैं कि आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता है। लेकिन आप ही बताएं मुंबई में हमला करने वाला हो या पाकिस्तान के पेशावर में ही बच्चों की हत्या करने वाला हो, लेकिन ये सभी आते तो एक ही समुदाय से हैं।