सेना प्रमुख:-कल देर रात हुई बैठक के बाद पीएमओ ने ले. जनरल विपिन रावत को नया सेना प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा की। उन्हें सीनियर आर्मी कमांडर ले. जनरल प्रवीण बख्शी पर तरजीह देते हुए यह अहम जिम्मेदारी दी गई है।
आपको बतादें की ऐसी क्या वजह थी जो इनसे वरिष्ठ 3 अधिकारियों को रहते हुए भी जनरल विपिन रावत को सेना प्रमुख नियुक्त किया गया।
दरअसल सरकारी सूत्रों का कहना है कि मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल्स में उन्हें इस अहम जिम्मेदारी के लिए सबसे उपयुक्त समझा गया। खासतौर पर उभरती चुनौतियों से निपटने, नॉर्थ में मिलिट्री फोर्स के पुनर्गठन, पश्चिमी फ्रंट पर लगातार जारी आतंकवाद और प्रॉक्सी वॉर और पूर्वोत्तर में जारी संघर्ष के लिहाज से उन्हें सबसे सही विकल्प माना गया।
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सरकारी सूत्रों ने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल रावत के पास अशांत इलाकों में लंबे समय तक काम करने का अनुभव है। बीते तीन दशकों में वह भारतीय सेना में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक वह कई बड़े ऑपरेशन्स की कमान संभाल चुके हैं। पाकिस्तान से लगती एलओसी, चीन से जुड़ी एलएसी और पूर्वोत्तर में वह कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। उन्हें संतुलित तरीके से सैन्य संचालन, बचाव अभियान चलाने और सिविल सोसाइटी से संवाद स्थापित करने के लिए जाना जाता है।