बड़ी खबर: बीजेपी के पांच नेताओं ने दिया पार्टी से इस्तीफ़ा, सियासत हुई तेज़

SAMACHARUP:- कहावत है की एक पेड़ तभी हरा भरा और ऊँचा जा सकता है जब उसकी जड़ें मजबूत होंगी. कुछ इसी तरह भाजपा की हाल है, पार्टी की ऊँचाइयां किसी से छुपी नहीं है.  पार्टी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली जैसे कर्मठ नेता आगे लेने जाने के लिए हरसंभव प्रयास करते रहते हैं.  लेकिन कहीं न कहीं अब ऐसा लगता है की इसकी जड़ें अब कमजोर होंने लगी हैं. शायद यही कारण है बीजेपी के पांच नेताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया. 

 

 

दरअसल आप को बतादे की इस महीने के शुरुआत में दीव में नगर निगम के चुनाव हुए थे जिसमें कांग्रेस ने 13 सीटों में से 10 सीटों पर अपना कब्जा जमाया। इन चुनावों में बीजेपी को केवल तीन सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा था।
जिस दिन इन चुनावों के नतीजे आए थे उसी दिन हार की जिम्मेदारी लेते हुए और नैतिक कृतव्य की बात करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष किरित वजा ने इस्तीफा दे दिया था।इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान शशिकांत सोलंकी ने कहा  कहा भी की पार्टी मुझे जिला पंचायत के अध्यक्ष पद से हटाना चाहती है. इसके अलावा भी ऐसे कई मौके आ चुके है जब पार्टी में ऐसे ख़बरें आई हो.
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बीजेपी
pic credit- the indian express

 

बहरहाल इस बार ऐसी स्थिति तबसे देखने को मिल रही जब दमन और दीव में बीजेपी को दीव नगर निगम चुनावों में मिली हार से  पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।  दीव जिला पंचायत अध्यक्ष समेत पांच लोगों ने इस हफ्ते की शुरुआत में बीजेपी से किनारा कर लिया। इस सामूहिक इस्तीफे के बाद बीजेपी की जिला पंचायत की सत्ता को करारा झटका लगा है।

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हालाँकि आपको बतादें इस पर बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष टंडेल ने कहा कि अभी न तो किसी भी जिला पंचायत से जुड़े व्यक्ति का इस्तीफा मंजूर किया गया है और न ही शाह और वजा का इस्तीफा मंजूर हुआ है। प्रदेश की होने वाली अगली बैठक में इस मामले पर चर्चा की जाएगी और तभी इन लोगों के इस्तीफे को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा। अब ये आने वाला समय ही बतायेगा की पार्टी अपने जड़ को मजबूत बनाती है या इसे खोखला होने देती है.

मायावती के इस्तीफ़ा देने की असली वजह आया सामने, सुनकर आप भी दंग रह जायेंगे

लखनऊ :- राज्यसभा सांसद पद से अचानक मायावती के इस्तीफ़ा देना इस वक़्त चर्चा का विषय बना हुआ है । इस्तीफा देने की असली वजह क्या है सभी अपने अपने तरह से इसपर आकलन कर रहें है । लेकिन हम बताते है इसका असली वजह क्या था ?

 

 

पहली बात तो ये ध्यान रहे की उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मायावती की दलितों के साथ व्यवहार और दूरियां किसी से छुपी नहीं है।  यही कारण है की चुनाव परिणाम से मायावती की छवि भी काफी धूमिल हो गई है। बता दें की राज्यसभा में चर्चा के दौरान मायावती दलितों के उत्पीड़न के मुद्दे पर जोर देते हुए उनका भड़कना और फिर झटकते हुए अंदाज में इस्तीफे की बात कह सदन को छोड़कर निकल जाना। ये बेहद ही आवेशपूर्ण कदम बताया जा रहा है।

 

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मायावती के इस्तीफ़ा की वजह :-

विशेषज्ञों की बात माने तो मायावती का यूँ इस्तीफा देकर चले जाना कही न कही दलितों को फिर से अपना पन दिखाने के लिए सोची समझी चाल है।  राज्यसभा में चर्चा के दौरान मायावती ने आरोप लगाया कि उन्हें बोलने से रोका जा रहा है, उन्होंने यह भी जोड़ा की देशभर में दलितों पर जुल्म हो रहा है और यहां उनकी आवाज दबाई जा रही है, अगर ऐसा होगा तो वह इस्तीफा दे देंगी और उन्होंने यह किया भी। लेकिन इसके लिए उन्होंने शाम तक का वक्त लिया, राजनीति के तमाम नफा नुकसानों पर सोच विचार कर उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को भेजा।

 

 

मायावती का इस्तीफ़ा
फ़ोटो साभार:- गूगल

 

 

गौरतलब है की मायावती का दलितों से हुई अनबन उन्हें भारी नुक्सान पंहुचा रही है यही वजह है वो संसद में भी इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया तो पीड़ित दलितों से मिलने के लिए वह सहारनपुर भी पहुंच गईं। लेकिन दलितों का दिल जीतने के लिए शायद सिर्फ इतना ही काफी नहीं था। जिसके लिए उन्होंने ये कदम चुना और शायद ये कारगर साबित हो जाये।

 

 

 

 

यूपी बजट 2017- राहुल गाँधी के इस गंभीर सवाल से योगी सरकार में मची खलबली

यूपी बजट 2017:- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को अपना पहला बजट पेश किये हुए एक हफ्ते भी नहीं हुए है और उसका विरोध शुरू हो गया है. चुनाव से पहले घोसणा पत्र में किये गए वादे के मुताबिक़ छात्रो को लैपटॉप बाटने का वादा किया गया था, लेकिन  यूपी बजट 2017 में इसका कही भी जिक्र नहीं हुआ.

 

 

 

इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीएम योगी आदित्य नाथ पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर बिजनेस स्टेंडर्ड की एक खबर ट्वीट कर लिखा, “बहुत अच्छी पहल है सीएम योगी- आप सारे अस्पताल बंद कर दीजिए, इससे आप और ज्यादा पैसे बचा पाएंगे।” दरअसल राहुल गांधी ने यह ट्वीट कर योगी आदित्य नाथ पर तंज कसा है।

 

 

  • आपको बता दें की उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 11 जुलाई को 3 लाख 84 हजार 659 करोड़ 71 लाख रुपये (384659.71 करोड़) का बजट पेश किया.  बजट में 55 हजार 781 करोड़ 96 लाख रुपये (55,781.96 करोड़ रुपये) की नई योजनाएं सम्मिलित। इसमें किसान कर्ज माफी के लिए 36 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई।

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गौरतलब है की माध्यमिक शिक्षा को लेकर अखिलेश सरकार के कार्यकाल के दौरान वित्त वर्ष 2016-17 में माध्यमिक शिक्षा के लिए 9,990 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। वहीं  यूपी बजट 2017 में योगी आदित्य नाथ सरकार ने 9,414 करोड़ रुपये आवंटित किए। यानी 576 करोड़ रुपये की कटौती।

यूपी बजट 2017
फोटो साभार:- गूगल

 

क्या क्या है यूपी बजट 2017  में:-

 

  • स्वच्छ भारत अभियान के लिए 3255 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इसके अलावा मलिन बस्ती विकास योजना के लिए 385 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रासाद योजना के तहत अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में ढांचागत विकास के लिए 800 करोड़ रुपए का प्रावधान
  • बेसिक शिक्षा परिषद में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए एक जोड़ी जूता,एक जोड़ी मोजा, एक स्वेटर उपलब्ध कराने के लिए 300 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है
  • ग्रैजुएट तक सभी लड़कियों की नि:शुल्क शिक्षा के लिए हमने 21 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है
  • स्वदेश-दर्शन के अंतर्गत प्रदेश के तीर्थस्थलों की विकास की दृ्ष्टि से वाराणसी में बौद्ध सर्किट, अयोध्या में रामायण सर्किट, मथुरा में कृष्णा सर्किट के लिए 1200 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है
  • प्रयागराज में अर्धकुंभ मेले के लिए 500 करोड़ की व्यवस्था की गई है
  • प्रदेश में 2 नई चीनी मिलों की स्थापना के साथ-साथ पुरानी चीनी मिलों की विस्तार की भी योजना को भी अपने हाथ में लिया है
  • प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में दीनदयाल स्रोत पीठ की स्थापना के लिए 9 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है
  • दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में 100 करोड़ रुपए की अतिरिक्त व्यवस्था प्रदेश सरकार की तरफ से की जाएगी
  • निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों के लिए सामूहिक विवाह कार्यक्रम के लिए 250 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है
  • दिव्यांगों के अनुदान के लिए 550 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जो पिछले 350 करोड़ रुपए था
  • राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के लिए 2900 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है

इसके अलावा

  • राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के लिए 1000 करोड़ रुपए की व्यवस्था, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लिए 4500 करोड़
  • प्रधानमंत्री सड़क योजना के लिए लगभग 3000 करोड़ रुपए की व्यवस्था करा रहे हैं जो विगत वर्ष की तलुना में करीब दोगुना है:
  • राष्ट्रीय कृषि विकास योजना पर 968 करोड़ रुपए उपलब्ध करा रहे हैं जोकि विगत वर्ष की तुलना में अधिक है
  • बजट से ही किसानों के लिए 36000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की जाएगी
  • वाहन कर लक्ष्य 5481 करोड़ रुपए रखा गया है
  • महिला विकास एवं मातृत्व लाभ योजना के लिए 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • 2017-18 के लिए मिड डे मील के लिए 254 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • बाढ़ नियंत्रण और जल निकासी के लिए 647 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • गौसेवा आयोग के लिए 15 करोड़ का बजट
  • प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए ‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ के तहत 112 करोड़ 67 लाख रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है
  • डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालय में वाई-फाई की व्यवस्था के लिए 50 करोड़ रुपए
  • आम आदमी बीमा योजना के लिए 85 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है
  •  यूपी बजट 2017 में किसान बीमा योजना के लिए 692 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित
  • उत्तर प्रदेश राज्य सड़क विकास निगम के लिए 50 करोड़ का बजट
  • किसान और दुर्बल आय वर्ग के लिए 5 लाख तक का बीमा होगा
  • 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस मनाने की योजना
  • रोजगार प्रोत्साहन के क्रियान्वयन के लिए 20 करोड़ का बजट
  • डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (रूर्बन) के लिए 213 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है
  • प्रधानमंत्री आवास योजना ( ग्रामीण) के लिए 4500 करोड़ रुपए
  • अयोध्या में सावन झूला के विशेष आयोजन, मथुरा में गीता शोध संस्थान, कृष्ण संग्रहालय बनेगा, अयोध्या, मथुरा, वाराणसी में रामायण सर्किट, कृष्ण और बौद्ध सर्किट की स्थापना होगी। इसके लिए 1240 करोड़ का प्रावधान
  • स्वच्छ भारत अभियान के लिए 3255 करोड़ रुपए का बजट
  • अल्पसंख्यकों छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति के लिए 941 करोड़
  • अहिल्याबाई नि:शुल्क शिक्षा योजना के लिए 21 करोड़ का बजट, इसके तहत लड़कियों को स्नातक तक नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी
  • वाराणसी संस्कृति केंद्र के लिए 200 करोड़ की व्यवस्था की गई है
  • कैलाश मानसरोवर यात्रा पर 1 लाख का अनुदान दिया जाएगा
  • प्राथमिक और माध्यमिक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क किताबों के लिए 123 करोड़ 96 लाख का बजट
  • यूपी के प्राइमरी के छात्र-छात्राओं को एक जोड़ी जूता, दो जोड़ी मौजे, एक स्वेटर दिया जाएगा। इसके लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है
  • 1.50 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी
  • प्रत्येक माह की 5 तारीख को बचपन दिवस, 15 को लाडली दिवस और 25 तारीख को मातृत्व दिवस मनाया जाएगा।

 

मेट्रो में नौकरी के लिये बेहतरीन मौका, जल्द करें आवेदन 

Latest Job- अगर आप भी नौकरी की तलाश में है तो आपके लिए एक बेहतरीन मौका है। दरअसल दिल्ली मेट्रो ने नोटिफिकेशन जारी कर कई पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं।

आवेदन भरने के लिये आखिरी तारीख 13 जुलाई तक का है, समय रहते आप भी जल्द जल्द से जल्द आवेदन भरे।

फॉर्म भरने के लिए पढ़ें पूरी जानकारी:- 
संस्थान का नाम

Delhi Metro Rail Corporation

पद 

Consultant PA

योग्यता

किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्थान से इंजीनियरिंग करने वाले या इसके समानान्तर डिग्री लेने वाले लोग कर सकते हैं एप्लाई।

चयन प्रक्रिया

परफॉर्मेंस और इंटरव्यू के आधार पर होगा चयन

कैसे करें आवेदन

दिल्ली मेट्रो की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर करें आवेदन।

नौकरी- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने निकाली कई पदों पर भर्ती जल्द करें आवेदन

शिक्षा/नौकरी:- अगर आपने पढ़ाई पूरी कर ली है और फिर भी आपको अभी नौकरी न मिलने से परेशान है, तो आपके लिए एक बेहतरीन मौका है नौकरी पाने का।

दरअसल आप इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) में कई पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इसके लिए विज्ञापन जारी किया गया है.

कुछ इस प्रकार है पदों का विवरण:-

इंजीनियरिंग असिस्टेंट

कुल पदः 14

आयु सीमा:

न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 26 वर्ष

शैक्षणिक योग्यता:

संबंधित शाखा में पूर्णकालिक डिप्लोमा व अन्य निर्धारि योग्यताएं.

अंतिम तिथि:

13 जून, 2017

 

कैसे करें आवेदन:- 

आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको संबंधित वेबसाइट संबंधित वेबसाइट www.iocl.com पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन शुल्कः

 सामान्य और ओबीसी वर्ग के लिए 100 रुपये एवं SC/ST/ वर्ग के लिए आवेदन निःशुल्क

बाबरी केस- पूर्व भाजपा सांसद समेत पांच और लोगों ने किया CBI कोर्ट में सरेंडर

उत्तर प्रदेश:- बाबरी केस का मामला अब नया मोड़ ले सकता है. दरसल एक बड़ी खबर ये आ रही है की पूर्व भाजपा सांसद राम विलास वेदंती समेत पांच और लोग लखनऊ की स्पेशल CBI कोर्ट में (शनिवार) को सरेंडर किया. पूर्व बीजेपी सांसद वेदंती ने अप्रैल में कहा था कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस में लाल कृष्ण आडवाणी का कोई रोल नहीं था। वेदांती के अलावा चम्पत राय, बीएल शर्मा, महंत नित्य गोपाल दास, और धरम दास शामिल हैं.

 

बता दें की वेदंती उन 13 लोगों में शामिल थे जिनपर सीबीआई ने बाबरी मस्जिद गिराने का आरोप लगाया था। 16वीं शताब्दी की उस मस्जिद को 6 दिसंबर 1992 को गिराया गया था। इससे पहले अप्रैल में एक बयान पर वेदंती ने कहा था की बाबरी मस्जिद उन्होंने गिराया है. मीडिया से बात करते हुए वेदंती ने कहा था, ‘आडवाणी का बाबरी मस्जिद में कोई रोल नहीं था। मैंने उसको नीचे गिराया था।’

गौरतलब है की 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी केस  पर फैसला दिया था. कोर्ट ने कहा था कि एक महीने के अन्दर मामले की सुनवाई शुरू कर इसे जल्द निपटाए. कोर्ट ने जिन लोगों पर मुकदमा चलाया था उनमे उनमें लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता भी शामिल हैं.

बाबरी केस

 भाजपा के पूर्व सांसद वेदंती को सरेंडर करने से बाबरी मस्जिद को लेकर अब राजनीति एक नया मोड़ ले सकता है, हालंकि अभी इसपर कोर्ट का क्या फैसला करता है ये तो आने वाला वक़्त बताएगा. बहरहाल विपक्ष को एक बार फिर एक मुद्दा मिल गया है जिससे भाजपा के खिलाफ अपनाया जा सके.  देखना दिलचस्प होगा भाजपा इसको कैसे लोगों के सामने लाती है.

क्या था बाबरी मामला..?

बता दें कि 6 दिसंबर 1992 को कारसेवा के दौरान राम मंदिर आन्दोलन से जुड़े संगठनों ने बाबरी मस्जिद ढहा दी थी. संगठनों का आरोप है कि राम जन्म भूमि की जगह पर बाबरी का निर्माण कराया गया था. ये मामला कई सालों से कोर्ट में लंबित है.

 

 

सेक्स रैकेट में पकड़ा गया भाजपा का ये नेता, पुलिस ने किया गिरफ्तार!

भोपाल:– अगले साल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में भाजपा राज्य में अपनी सरकार बनाये रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. लेकिन ऐसा होना इस बार शायद मुश्किल हो जाये क्योंकि मध्य प्रदेश में भाजपा एक बार फिर से विवादों में है. दरअसल चैनल ईटीवी के मुताबिक भाजपा नेताओं पर ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा है.

 

खबर के अनुसार साइबर पुलिस ने राजधानी भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में सेक्स रैकेट का भांडाफोड़ किया है। मामले में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी नीरज शाक्य को आठ साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इनके चंगुल से महाराष्ट्र और मेघालय से आईं चार लड़कियों को भी छुड़ाया गया है।

 

पुलिस ने जब इस मामले की जाँच की, तो पता चला कि वेबसाइट के जरिये ग्राहकों को बुकिंग की सुविधा के साथ लड़कियां मुहैया कराई जा रही थी. ये ऑनलाइन सेक्स रैकेट शहर के सबसे पॉश इलाके ई-7 अरेरा कॉलोनी में हो रहा था. पुलिस ने वहां छापा मारकर 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपियों के चंगुल से महाराष्ट्र और मेघालय के चार लडकियों को भी बचाया.

सेक्स रैकेट
photo- news18india

पुलिस ने बताया कि गिरोह के लोग अलग-अलग वेबसाइट खासकर नौकरी से संबंधित वेबासाइट से डाटा लेकर लड़कियों का बायोडाटा खंगालते थे और उन्हें फोन कर नौकरी का झांसा देकर भोपाल बुलाते थे। उन लड़कियों को रिसेप्शन, कॉल सेंटर, ब्यूटी पार्लर समेत प्राइवेट सेक्टर की कई नौकरियों का लालच देकर उन्हें अपनी जाल में फंसा लेते थे। उनमें से कुछ लड़कियां लोभ में फंस जाती थीं जिन्हें बाद में देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता था।

 

क्या था पूरा मामला..?

गौरतलब है की अभी ज्यादा दिन नहीं बीते है जब भाजपा आईटी सेल के नेता को को आंतकवाद निरोधी दस्ते ने जासूसी कांड में गिरफ्तार किया था। इस मामले में ध्रुव सक्सेना समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीँ अब एक बार फिर से भाजपा फिर से विवादों में आ गयी है. बतादें की गिरफ्तार नीरज शाक्य मध्य प्रदेश बीजेपी एससी मोर्चा का मीडिया प्रभारी है।

 

 

नौकरी- SSC ने निकाला 183 पदों पर भर्ती, 7 जून तक करें आवेदन

शिक्षा/ नौकरी:– अगर आप भी नौकरी के लिए परेशान है और आपको नौकरी नहीं मिल रही है, तो आपके लिए ये बेहतरीन मौका है कुछ कर दिखाने का। दरअसल कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) कर्नाटक केरल रीजन में कुल 183 भर्तियां निकाली है इच्छुक अभ्यर्तियों के लिए एक अच्छा मौका है। ये नियुक्तियां कई तरह के पदों पर की जाएंगी।

इन पदों पर है वकैंसी 

असिस्टेंट (लीगल),

जूनियर इंजीनियर,

ड्राफ्ट्समैन ग्रेड-क,

फार्म मैनेजर,

जूनियर टेक्निकल असिस्टेंट,

टेक्सटाइल डिजाइनर,

टेक्निकल सुर्पंरटेंडेंट,

ऑफिस सुर्पंरटेंडेंट,

इंस्ट्रक्टर (मरीन इंजीनिर्यंरग),

टेक्निकल क्लर्क(इकोनॉमिक्स),

फोरमैन (हॉर्टिकल्चर),

असिस्टेंट डिजाइनर,

डिप्टी रेंजर,

असिस्टेंट इंजीनियर,

जूनियर केमिस्ट,

मेडिकल अटेंडेंट,

लेडी मेडिकल अटेंडेंट,

लैबोरेटरी असिस्टेंट,

टेक्निकल असिस्टेंट

योग्यता : पद के अनुसार योग्यता अलग-अलग हैं। इनमें दसवीं, एलएलबी, बीएससी, इंजीनियरिंग डिप्लोमा, बैचलर, बीई/ बीटेक और मास्टर डिग्री प्रमुख हैं। कुछ पदों के लिए एक से तीन साल का अनुभव जरूरी है।

शुल्क : 100 रुपये। एससी, एसटी, महिलाओं और दिव्यांगों को शुल्क माफ।

ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख : 07 जून 2017 (शाम 5 बजे तक )

अधिक जानकारी के लिए आप  आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकतें है .

source:- livehindustan

राहुल गाँधी का पीएम से तीन तीखे सवाल, इन सवालों से असहज मोदी सरकार.!

दिल्ली:-  भारतीय जनता पार्टी केंद्र में अपनी सत्ता के तीन साल पूरे होने पर देशभर में मोदी फेस्ट का योजन कर रही है, जिसको लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने तंज कसते हुए केंद्र सरकार से सवाल किया है की आखिर भाजपा  किस बात का जश्न मना रही है ?

राहुल गाँधी ने कहा कि तीन साल सत्ता में रहने के बाद इस समय उनके पास दिखाने के नाम पर सिर्फ अधूरे वादे और निकम्मापन ही है, ऐसे में आखिर वह किस बात का जश्न मना रही है. साथ ही उन्होंने देश में किसानो  और बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि बीते तीन साल सरकार को मिले जनादेश के साथ मोदी सरकार विश्वासघात कर रही है.

 

 

कांग्रेस उपाध्यक्ष  ने ट्वीट किया, युवा नौकरियां के लिए जूझ कर रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सैनिक सीमा पर मर रहे हैं। सरकार आखिर किस चीज का जश्न मना रही है।

 

गौरतलब है की भाजपा सरकार केंद्र में तीन साल पूरा करने जा रही है ऐसे में पार्टी मोदी फेस्ट का आयोजन कर रही है। हालांकि यहां मोदी का अर्थ प्रधानमंत्री के नाम से नहीं बल्कि मेकिंग ऑफ डेवलपिंग इंडिया से है।

बता दें इस समारोह की शुरूआत 26 मई को गुवाहाटी में कुछ आयोजनों और एक जनसभा के साथ होगी और 15 जून को इसका समापन होगा। इस जश्न का आयोजन देशभर में किए जाने की योजना है और हर जिले में कम से कम एक समारोह आयोजित होगा।

 

विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात लोकल चुनाव में इस बड़ी वजह से हारी भाजपा !

उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, उतराखंड और पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद अब सबसे ज्यादा अगर चर्चे हैं तो वो है गुजरात विधानसभा चुनाव की। चर्चे इसलिए भी ज्यादा है की ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह क्षेत्र भी है। लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले हुए एक लोकल चुनाव में भाजपा बुरी तरह से हार गयी।

इस चुनाव में बीजेपी के सारे कैंडिडेट्स चुनाव हार गए। वहीँ कांग्रेस ने 10 साल बाद बीजेपी को यहां शिकस्त दी है।कांग्रेस के इस जीत से ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस के वापसी के चांसेस ज्यादा दिख रही है।

 

क्या रहा चुनाव हारने का कारण  ?

 

दरअसल जब samacharup.com ने इस बात की पड़ताल की तो पता चला ये चुनाव भाजपा में चल रही आपसी कलह के कारण हार का सामना करना पड़ा। बतादें APMC के एक निदेशक ने कथित रुप से हारे हुए चेयरमैन भिखा लनिया को थप्पड़ भी लगा दिया, इस निदेशक के मुताबिक चेयरमैन की नेतृत्व क्षमता की कमी की वजह से ही बीजेपी ये चुनाव हारी।

वही कांग्रेस का कहना है कि किसान वर्ग बीजेपी से नाराज है, किसानों को कपास और मूंगफली के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं इसलिए किसानों ने बीजेपी को सबक सिखाया है।

गौरतलब है की  गुजरात के बोटाद जिले में स्थानीय एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) के चुनाव में बीजेपी के सभी 8 कैंडिडेट हार गये हैं। यहां पर बोटाद कांग्रेस अध्यक्ष डी एम पेटल के नेतृत्व वाले पैनल ने सारे सीटों पर जीत हासिल की है।

इस हार के बाद भाजपा खेमे में भी चिंता का विषय बना हुआ है। चिंता का विषय इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक महीने पहले ही इस इलाके का दौरा कर चुके हैं, और सिंचाई से जुड़े एक स्कीम का उद्घाटन कर चुके हैं, लेकिन बीजेपी को पीएम के इस दौरे का भी कोई फायदा नहीं हुआ है।

बहरहाल इस नतीजे के बाद भाजपा के लिए परेशानी तो बढ़ ही गयी होगी। अब देखना दिलचस्प होगा की आने वाले विधानसभा चुनाव में किस तरह से तैयारी करती है।